शिंदे-अजित पवार का बढ़ेगा सिरदर्द ?; महाराष्ट्र में बीजेपी नेताओं ने अमित शाह के सामने रखा नया प्रस्ताव
एनसीपी को कम से कम 70 सीटें मिलने की उम्मीद
मुंबई। BJP leaders in Maharashtra: बीजेपी नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दो दिवसीय महाराष्ट्र दौरा काफी चर्चा में रहा। इस दौरे के दौरान एनसीपी अध्यक्ष और राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार शुरू में अनुपस्थित थे, इस पर बहस हुई। लेकिन बाद में अमित शाह के वापसी यात्रा पर निकलने से पहले, अजीत पवार और उनके अन्य सहयोगियों ने मुंबई हवाई अड्डे पर शाह से मुलाकात की और चर्चा की।
एक तरफ जहां अजित पवार की नाराजगी की चर्चा चल रही है वहीं अब अमित शाह के दौरे को लेकर एक और जानकारी सामने आई है और महाराष्ट्र बीजेपी नेताओं की ओर से शाह से की गई नई मांग से अजित पवार की भी सिरदर्दी बढऩे के आसार बन गए हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ।
महागठबंधन में शामिल तीनों दल पहली बार एक साथ विधानसभा चुनाव (BJP leaders in Maharashtra) लड़ रहे हैं, ऐसे में सीट बंटवारे को लेकर दरार पैदा हो गई है। इन तीनों पार्टियों के बीच इस बात को लेकर खींचतान चल रही है कि किस पार्टी को कितनी सीटों पर चुनाव लडऩा चाहिए. क्योंकि कई निर्वाचन क्षेत्रों में महागठबंधन के घटक दलों के एक से अधिक महत्वाकांक्षी उम्मीदवार हैं।
इस पृष्ठभूमि में, यह समझा जाता है कि राज्य में भाजपा नेताओं ने अमित शाह से राज्य के कम से कम 25 निर्वाचन क्षेत्रों में दोस्ताना मुकाबले की मांग की है। इस बीच, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या अमित शाह राज्य में भाजपा नेताओं की इस मांग पर सहमत होंगे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की पार्टी इस प्रस्ताव पर क्या प्रतिक्रिया देगी।
कितनी सीटों पर अड़ी बीजेपी?
समझा जाता है कि महाराष्ट्र भाजपा नेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में कम से कम 150 सीटों पर चुनाव लडऩा चाहिए। वहीं, महागठबंधन के सीट बंटवारे में अजित पवार की एनसीपी को कम से कम 70 सीटें मिलने की उम्मीद है। इसलिए देखना होगा कि भविष्य में महागठबंधन के सीट बंटवारे में किस पार्टी को कितनी सीटें मिलती हैं।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह (BJP leaders in Maharashtra) रविवार को अपने मुंबई दौरे पर मुंबई पहुंचे थे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस हर स्थान पर उनके साथ थे। लेकिन, अजित पवार नहीं आए तो चर्चा आगे बढ़ गई। आखऱिकार जब शाह मुंबई से जा रहे थे तो अजित पवार एयरपोर्ट पहुंचे और प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरन के साथ शाह से बातचीत की।