Wildlife conservation Bhormadev : वन्यजीवों की प्यास बुझाने जुटा वन विभाग…! भोरमदेव अभयारण्य में ट्रैप कैमरों से निगरानी…

कवर्धा, नवप्रदेश, 23 मई| Wildlife conservation Bhormadev : गर्मियों की तपिश में वन्य प्राणियों को न पानी के लिए भटकना पड़े, न इंसानी बस्तियों की ओर रुख करना पड़े—इसी उद्देश्य से वन विभाग अलर्ट मोड में है। भोरमदेव अभयारण्य में 8+ जगहों पर अस्थाई जल प्रबंध किया गया है।
मुख्य बिंदु:
8 से अधिक जल बिंदु तैयार:
वन विभाग ने अस्थाई टंकियों, प्राकृतिक जल स्रोतों की सफाई और पानी टैंकरों की मदद से जल की उपलब्धता सुनिश्चित की है।
ट्रैप कैमरों से निगरानी:
अभयारण्य क्षेत्र में गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए कैमरे लगाए गए हैं — खास उन जगहों पर जहां वन्य जीवों की आवाजाही अधिक (Wildlife conservation Bhormadev)है।
मानव बस्तियों में न घुसे वन्य प्राणी:
वन अधिकारियों ने अपील की है कि अगर कोई वन्य जीव बस्ती की तरफ आता है, तो तुरंत सूचना विभाग या नजदीकी थाना को दें।
भोरमदेव में दिखते हैं ये वन्यजीव:
बाघ, तेंदुआ, भालू
हाथी, वन भैंसा, बायसन
मोर, कोयल, तोता, मैना
हिरण, खरगोश, जंगली सूअर
100+ प्रजातियों के पक्षी
क्या बोले अधिकारी?
निखिल अग्रवाल (वनमंडलाधिकारी, कबीरधाम):
“वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे (Wildlife conservation Bhormadev)हैं। मानव बस्तियों में आने पर तुरंत सूचना दें।”
दिलीप सिंह ठाकुर (अभयारण्य क्षेत्र अधिकारी):
“हमने 8 से अधिक जगहों पर अस्थाई जल की व्यवस्था की है। प्राकृतिक स्रोतों को भी स्वच्छ किया गया है।”