ट्रम्प के टैरिफ का भारत पर क्या प्रभाव होगा? गृह मंत्री अमित शाह की पहली प्रतिक्रिया; स्पष्ट रूप से कहा-

Minister Amit Shah
-अभी इसके (शुल्कों के) परिणामों का निर्धारण करना जल्दबाजी होगी
-भारत एकमात्र ऐसा देश नहीं है जो शुल्कों का सामना कर रहा
नई दिल्ली। Minister Amit Shah: वर्तमान में पूरे विश्व में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा शुरू किये गए टैरिफ युद्ध की काफी चर्चा हो रही है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ निर्णय से दुनिया भर में हलचल मच गई है। इस संबंध में देश के गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार (9 अप्रैल 2025) को टिप्पणी की। उन्होंने कहा बाहरी दबाव से भारतीय नागरिकों में भय का माहौल पैदा नहीं होगा। दुनिया भर में अनिश्चितता के बीच भी हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत है। यह ऐसे दबाव को झेलने में सक्षम है।
शाह ने कहा अभी इस (टैरिफ) के परिणाम का निर्धारण करना जल्दबाजी होगी। भारत एकमात्र ऐसा देश नहीं है जो टैरिफ (Minister Amit Shah) का सामना कर रहा है। कई देश टैरिफ का सामना कर रहे हैं। शायद हमारे सामान को अन्य देशों में भी निर्यात किया जा सके। शाह ने कहा अमेरिकी टैरिफ एक जटिल मुद्दा है। इसके परिणामों को लेकर जल्दबाजी करना सही नहीं है। भारत की अर्थव्यवस्था लचीली है। इसलिए, इस तरह के बाहरी दबाव से भारतीय नागरिकों में डर का माहौल नहीं बनेगा।
भारत अमेरिका के साथ वार्ता करेगा – पीयूष गोयल
इससे पहले केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित टैरिफ से छूट पाने के लिए अमेरिका के साथ चर्चा करेगा। भारत इस वर्ष के अंत तक अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर हस्ताक्षर करने पर सहमत हो गया है।
जल्द ही चर्चा होगी और…, जयशंकर ने क्या कहा?
एक कार्यक्रम में बोलते हुए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को पहली बार अमेरिकी टैरिफ फैसले पर सीधे प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस समय अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव का आकलन करना जल्दबाजी होगी। लेकिन भारत ने वर्ष के अंत तक अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर हस्ताक्षर करने की रणनीतिक योजना बनाई है। जयशंकर ने आगे कहा कि डोनाल्ड ट्रंप (Minister Amit Shah) के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद भारत शायद एकमात्र देश है जो अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर सैद्धांतिक रूप से सहमत हुआ है। हमने निर्णय लिया है कि इस मुद्दे पर शीघ्र ही ट्रम्प प्रशासन के साथ चर्चा की जाएगी तथा इस वर्ष के अंत तक बीटीए पर चर्चा पूरी करने का प्रयास किया जाएगा।
प्रतिक्रिया देने में जल्दबाजी न करें
जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत ने इस मामले पर बहुत संतुलित और विचारशील प्रतिक्रिया दी है। हमें अभी तक नहीं पता कि इसका वास्तविक प्रभाव क्या होगा। इसलिए हम इस पर जल्दबाजी में प्रतिक्रिया नहीं करेंगे। उन्होंने बताया, “हम ठोस चर्चाओं और समझौतों की ओर बढ़ रहे हैं।