संपादकीय : पानी को लेकर सत्याग्रह करने की चेतावनी

संपादकीय : पानी को लेकर सत्याग्रह करने की चेतावनी

Warning to do Satyagraha regarding water

Warning to do Satyagraha regarding water


Warning to do Satyagraha regarding water: इस साल भीषण गर्मी के कारण देश के कई राज्यों में पेयजल संकट की स्थिति निर्मित हुई है। लगातार बढ़ती गर्मी की वजह से नदी नालों और जलाशयों का जल स्तर कम होता जा रहा है। वहीं भू-जल स्तर भी लगातार गिरता जा रहा है नतीजतन देश के कई राज्यों में पेयजल और निस्तार की समस्या गंभीर हो गई है। किन्तु देश की राजधानी नई दिल्ली में तो स्थिति भयावह रूप धारण कर चुकी है। नई दिल्ली में लोग बूंद- बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।

नई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में हैं और उनके मंत्री नई दिल्ली के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने में विफल हो रहे हैं। अपनी नाकामी को छुपाने के लिए वे पड़ोसी राज्यों के सिर पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। अब तो नई दिल्ली की मंत्री आतिशी ने यह चेतावनी दी है कि यदि 21 जून तक दिल्ली में पानी की समस्या को दूर करने के लिए केन्द्र सरकार ने कारगर कदम नहीं उठाया और हरियाणा ने पानी नहीं छोड़ा तो आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को लेकर सत्याग्रह करेगी।

यह तो वही बात हुई की नाच न आए आंगन टेढ़ा। नई दिल्ली (Warning to do Satyagraha regarding water) के लोगों को पेयजल उपलब्ध कराना नई दिल्ली सरकार का काम है। जिसे करने में वह बुरी तरह असफल रही है। और अब इस समस्या का समाधान करने की जगह वह आंदोलन की बात कर रही है। जिस हरियाणा राज्य पर आम आदमी पार्टी के नेता आरोप लगा रहे हैं।

उस हरियाणा ने नई दिल्ली को 17 प्रतिशत ज्यादा पानी दिया है। किन्तु नई दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार जल प्रबंधन का काम सही तरीके से अंजाम नहीं दे पा रही है। राज्य सरकार की अकर्मण्यता के कारण पानी का बेतहाशा दुरुपयोग हो रहा है और टैंकर माफिया इस आपदा को अपने लिए कमाई का बेहतर अवसर मान कर पानी बेचकर अपनी तिजोरी भर रहा है।

दिल्ली सरकार टैंकर माफिया की नाक में नकेल कसने की जगह उन्हें प्रोत्साहित कर रही है। अब नई दिल्ली सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे नई दिल्ली की इस विकट समस्या का समाधान करने की गुहार लगाई है। वास्तव में नई दिल्ली के लोगों को इस समस्या से छुटकारा दिला पाना नई दिल्ली सरकार के बूते की बात नहीं रह गई है। ऐसी स्थिति में अब केन्द्र सरकार को ही आगे आना होगा और नई दिल्ली के लोगों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिए उसे कारगर कदम उठाना होगा।

अन्यथा यदि मानसून मेहरबान नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में नई दिल्ली (Warning to do Satyagraha regarding water) में पेयजल संकट और विकराल रूप धारण कर लेगा। अभी से वहां के कई बड़े अस्पतालों में पेयजल संकट के कारण हालत गंभीर हो रही है। जो गंभीर चिंता का विषय है केन्द्र सरकार को तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।

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