Voter List Revision Chhattisgarh : प्रदेश में एसआइआर शुरू, घर-घर बांट रहे गणना फार्म, टोल फ्री नंबर 1950 पर ली जा सकती है सहायता

Voter List Revision Chhattisgarh

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छत्तीसगढ़ में मंगलवार से मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (Voter List Revision Chhattisgarh) शुरू हो गया है। राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में बूथ लेवल अधिकारी (BLOs) घर-घर जाकर गणना प्रपत्र (enumeration form) वितरित कर रहे हैं। अभियान का उद्देश्य पात्र मतदाताओं को सूची में शामिल करना और पुराने विवरणों का सत्यापन करना है।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी यशवंत कुमार (Chief Electoral Officer Yashwant Kumar) ने बताया कि पुनरीक्षण के लिए अहर्ता तिथि 1 जनवरी 2026 निर्धारित की गई है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने नाम, पते और विवरण का सत्यापन अवश्य करें ताकि कोई भी पात्र मतदाता सूची से वंचित न रहे।

बीएलओ के माध्यम से गणना प्रपत्र को ऑफलाइन भरा जा सकता है या मतदाता भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) की वेबसाइट voters.eci.gov.in और EciNet मोबाइल ऐप (EciNet app) से ऑनलाइन भी अपडेट कर सकते हैं। साथ ही “बुक अ कॉल विद बीएलओ” फीचर के माध्यम से मतदाता सीधे अपने बीएलओ से संपर्क कर सकते हैं। यदि आवेदन भरने में कोई कठिनाई हो तो टोल-फ्री नंबर 1950 (helpline 1950) पर सहायता ली जा सकती है।

Voter List Revision Chhattisgarh चार दिसंबर तक चलेगा अभियान

यह अभियान 4 दिसंबर 2025 तक चलेगा। इस दौरान बीएलओ हर घर में तीन बार (door-to-door verification) जाकर दस्तावेजों की जांच करेंगे। जरूरत पड़ने पर मतदाताओं से आवश्यक प्रमाण मांगे जाएंगे। 9 दिसंबर को मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन किया जाएगा। इसके बाद 9 दिसंबर से 8 जनवरी 2026 तक दावा और आपत्ति दर्ज करने की प्रक्रिया (claims and objections) चलेगी। सूची का सत्यापन 31 जनवरी तक होगा और 7 फरवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि वर्ष 2003 से वर्तमान मतदाता सूची तक लगभग 71% रिकॉर्ड का मिलान हो चुका है। इस बार करीब 95% लोगों को दस्तावेज़ दिखाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

ऑनलाइन सत्यापन से बढ़ेगी पारदर्शिता

इस बार चुनाव आयोग ने ऑनलाइन सत्यापन प्रक्रिया को और आसान बना दिया है। मतदाता अपने मोबाइल या कंप्यूटर से ही नाम, पता और उम्र से संबंधित विवरण अपडेट कर सकते हैं। आयोग का दावा है कि इससे मतदाता सूची की सटीकता (accuracy) और पारदर्शिता में वृद्धि होगी। युवा मतदाताओं के लिए भी यह अभियान बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि 1 जनवरी 2026 को 18 वर्ष पूरा करने वाले सभी नए मतदाता इसमें पंजीकरण करा सकेंगे।

हर जिले में बने हेल्प डेस्क और IT सपोर्ट सेंटर

राज्य के हर जिले और तहसील मुख्यालय पर हेल्प डेस्क और IT सपोर्ट सेंटर (voter assistance desk) स्थापित किए गए हैं। वहां अधिकारी-कर्मचारी कार्यालयीन समय में मतदाताओं की मदद करेंगे। आयोग का कहना है कि यह अभियान ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में समान रूप से चलाया जाएगा ताकि कोई भी नागरिक अपने मतदान अधिकार से वंचित न हो।

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