Vegetable Seller Became Millionaire : सब्जी बेचने वाले के अकाउंट में आया 172 करोड़, मिला इनकम टैक्स का नोटिस
गाजीपुर, नवप्रदेश। उत्तर प्रदेश से अजीबोगरीब मामला सामने आ रहा है। सब्जी बेचने वाले के अकाउंट में करोड़ों रुपये होने की जानकारी मिली है। जिसके बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने नोटिस थमाया है। सब्जी बेचने वाले को देखकर अधिकतर लोगों के मन ख्याल आता है। जरुरतमंद व आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति (Vegetable Seller Became Millionaire) होगा।
क्यों न कुछ सहयोग कर दिया जाये। और आप अपनी बची हुई चिल्हर नहीं लेते होंगे। लेकिन आप यह जानकर चौक जाएंगे कि ऐसे ही सब्जी बेचने वाले के अकाउंट में करोड़ों रुपये आये हैं।
अक्सर लोगों को लगता है कि छोटा कारोबार करने वाले है। सब्जी बेचने वाला क्या कमा लेता होगा। क्या आपने कभी सोचना है आपके अंदाजे से अधिक उसके अकाउंट में पैसे (Vegetable Seller Became Millionaire) होंगे।
उत्तर प्रदेश में एक मामला सामने आया है, जिसमें एक सब्जी बेचने वाले शख्स को अचानक इनकम टैक्स का नोटिस थमाया गया है। इस नोटिस में लिखा है आपके अकाउंट में जमा करोड़ों रुपये का टैक्स नहीं भरा गया है, जिसे देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई (Vegetable Seller Became Millionaire) है।
पूरे मामले को लेकर इनकम टैक्स डिमार्टमेंट बताया है कि सब्जी व्यापारी के अकाउंट में थोड़े-मोड़े नहीं 172 करोड़ रुपये हैं। वहीं सब्जी वाले की मानें तो यह अकाउंट और ये पैसे दोनों उसके नहीं है। इस संबंध में उसे कुछ भी जानकारी नहीं है। नोटिस थमाये जाने के बाद सब्जी वाले ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है।
आपको बता दें कि इस मामले को एक महीने से अधिक समय हो गया है। इस मामले का खुलासे तब हुआ। जब इनकम टैक्स की टीम को आय से अधिक मनी ट्रांसफर की लिस्ट मिली।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, मामला गाजीपुर गहमर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। जहां रायपट्टी इलाके में रहने वाले विनोद रस्तोगी सब्जी का करता है। एक दिन अचानक विनोद के पास इनकम टैक्स द्वारा भेजा गया नोटिस आया, जिसके बाद सामने आया कि उन्हीं के नाम के एक अकाउंट में 172 करोड़ 81 लाख 59 हजार रुपये जमा किए गए हैं।
पूरे घटनाक्रम के सामने आने के बाद सब्जी वाले का कहना है कि यह पैसे उसके नहीं हैं। विनोद ने गहमर कोतवाली थाने में पत्र लिखकर मदद मांगी है। विनोद ने थाने में बताया है कि उसके आधार और पैन कार्ड का किसी ने गलत इस्तेमाल कर यह अकाउंट खोले हैं। जिसकी उसे जानकारी तक नहीं है।
विनोद ने कहा ‘जब इस रकम के लिए टैक्स अदा करने का नोटिस इनकम टैक्स ने मुझे भेजा तब मुझे इस बात का पता चला। मेरे दस्तावेज का दुरुपयोग कर किसी ने यह खाता खुलवाया है। ना ही यह मेरा खाता है और ना ही यह रकम। गहमर थाने से मुझे जिला मुख्यालय साइबर सेल जाने के लिए कहा गया है।