वेदांता ‘इस’ सेक्टर में करेगी 1 लाख करोड़ का निवेश; 2 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार…
-वेदांता ग्रुप ने देश में भारी निवेश करने का फैसला किया
नई दिल्ली। Vedanta to invest: वेदांता गु्रप ने देश में बड़ा निवेश करने का फैसला किया है। वेदांता समूह ने राजस्थान में तेल और गैस, जस्ता और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने का फैसला किया है। इस निवेश से राज्य में दो लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है, लेकिन कंपनी ने यह जानकारी नहीं दी है कि यह निवेश कब किया जाएगा।
इस कुल निवेश (Vedanta to invest) में से 30,000 करोड़ रुपये का उपयोग जस्ता उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाएगा, जिससे सालाना 2 मिलियन टन जस्ता और 2000 टन चांदी का उत्पादन होगा। हिंदुस्तान जिंक कंपनी की प्रमुख इकाई है और भारत में जिंक और चांदी का सबसे बड़ा उत्पादक है। इसके अलावा 10 लाख टन क्षमता वाली उर्वरक परियोजना भी स्थापित की जाएगी।
करण ऑयल एंड गैस 35,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जबकि सेरेंटिका रिन्यूएबल्स 10,000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता विकसित करने के लिए 50,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। वेदांत समूह के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा राजस्थान हाइड्रोकार्बन और जस्ता, सीसा, तांबा, सोना, तांबा, पोटेशियम और अन्य महत्वपूर्ण खनिजों से समृद्ध राज्यों में से एक है।
ओडिशा में भी निवेश करेंगे
इसके अलावा शुक्रवार को कंपनी ने ओडिशा में 1 लाख करोड़ रुपये के निवेश (Vedanta to invest) का भी ऐलान किया। इस स्थान पर 6 मिलियन टन की एल्युमिना रिफाइनरी और 3 मिलियन टन का एल्युमीनियम प्लांट स्थापित किया जाएगा। वेदांता भारत में सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक है। इसकी ओडिशा के लांजीगढ़ में 35 लाख टन की एल्यूमिना रिफाइनरी है। इसके पास ही झारसुगुड़ा में 18 लाख टन क्षमता का स्मेल्टर भी है।