Vaccination Death : टीकाकरण के बाद मासूम की मौत, मच गया बवाल…!
Vaccination Death
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के ग्राम छांदनपुर में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां आंगनबाड़ी केंद्र में किए गए टीकाकरण (Vaccination) के बाद तीन माह की सान्हवी भोई (तीन माह) की तबीयत गंभीर रूप से बिगड़ गई और इलाज के दौरान बच्ची की मृत्यु (Vaccination Death) हो गई। यह घटना ग्रामीणों में आक्रोश का कारण बनी है और स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ग्राम छांदनपुर निवासी सान्हवी भोई के पिता दीनबंधु भोई ने बताया कि गुरुवार सुबह करीब 10 बजे स्वास्थ्य विभाग की महिला आरएचओ ने बच्ची को पोलियो (Polio), पेंटावेलेंट (Pentavalent) और रोटा वायरस (Rota Virus) का दूसरा डोज लगाया। टीकाकरण (Child Vaccination) के लगभग 15 मिनट बाद बच्ची की हालत अचानक बिगड़ने लगी। त्वचा में लालिमा दिखाई दी और श्वास लेने में कठिनाई होने लगी।
स्वजन बच्ची (Vaccination Death) को तुरंत सेवा भवन अस्पताल, जगदीशपुर लेकर पहुंचे। अस्पताल में डाक्टरों ने स्थिति गंभीर बताई और रायपुर रेफर करने की सलाह दी। लेकिन निजी अस्पताल में बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना ने पूरे गाँव में चिंता और आक्रोश बढ़ा दिया।
स्वजन ने स्वास्थ्य विभाग (Health Department) पर लापरवाही का आरोप लगाया और बसना थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि टीकाकरण (Vaccination) के बाद उनकी बच्ची की मौत हुई है और इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए। इस बीच, मृत बच्ची के लिए लगाए गए टीके का सैंपल हैदराबाद की लैब में जांच के लिए भेजा गया है।
खंड चिकित्सा अधिकारी नारायण साहू ने बताया कि उसी दिन टीकाकरण कराई गई दूसरी बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि मौत का कारण टीका (Vaccine) ही था या अन्य स्वास्थ्य कारण। स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है और रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामवासियों का कहना है कि बाल मृत्यु (Child Death) की इस घटना से क्षेत्र में टीकाकरण (Child Vaccination) को लेकर डर और संशय बढ़ा है। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों से अपील की है कि इस मामले में पारदर्शी जांच की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए उचित कदम उठाए जाएं।
