UP Election : नड्डा ने जारी की पांच राज्यों की सूची, सरोज पांडेय को मिली सह प्रभारी की जिम्मेदारी
नई दिल्ली/रायपुर/नवप्रदेश। UP Election : भारतीय जनता पार्टी ने 2022 में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल फूंक दिया है। इसी कड़ी में यूपी चुनाव में छत्तीसगढ़ को विशेष स्थान मिला है। छत्तीसगढ़ भाजपा सहित राष्ट्रीय संगठन में पैठ रखने वाली नेत्री सरोज पांडेय को उत्तर प्रदेश चुनाव में एक बड़ी जिम्मेदारी डेडते हुए उन्हें सह प्रभारी नियुक्त किया गया है।
अगले साल यानी 2022 में मार्च-अप्रैल के बीच उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होना है,जिसके लिए भाजपा ने कमर कस लिया है। उत्तर प्रदेश में चुनाव (UP Election) के लिए भारतीय जनता पार्टी ने प्रभारी और सह प्रभारीयों की सूची जारी कर दी है। सूची के अनुसार केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को उत्तरप्रदेश विधनसभा चुनाव के लिए प्रभारी बनाया गया है।
इसके साथ ही (UP Election) प्रधान के सहयोगी के रूप में सात नामों का ऐलान भी किया गया है। इसमें 4 केंद्रीय मंत्री, सांसद और कद्दावर नेता को शामिल है। सह प्रभारियों की सूची में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, अर्जुन राम मेघवाल, सरोज पांडेय, शोभा करंदलाजे, कैप्टन अभिमन्यु, अन्नपूर्णा देवी और विवेक ठाकुर का नाम शामिल है।
उत्तराखंड चुनाव के लिए पार्टी ने केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी को प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं लॉकेट चटर्जी और सरदार आरपी सिंह को सह-प्रभारी बनाया गया है।
गोवा चुनाव के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं केंद्रीय मंत्री जी.किशन रेड्डी और दर्शना जर्दोश को सहप्रभारी बनाया गया है।
मणिपुर के विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को प्रभारी बनाया गया है। उनके साथ प्रतिमा भौमिक और अशोक सिंघल को सह प्रभारी की जिम्मेदारी मिली है।
साथ ही पंजाब चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को प्रभारी की जवाबदेही मिली। साथ-साथ हरदीप पुरी, मीनाक्षी लेखी, विनोद चावड़ा को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है।
आपको बता दें कि पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में से चार में भारतीय जनता पार्टी की सरकार काबिज है, केवल पंजाब में कांग्रेस की सरकार है। उत्तरप्रदेश विधनसभा चुनाव पर सभी राजनीतिक दलों की नजरें टिकी हुई हैं। क्योकि उत्तरप्रदेश का नतीजा ही मिशन 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर प्रकाश डालेगा। इसे सेमीफाइनल भी माना जा रहा है।