नवप्रदेश के सवाल पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का जवाब-जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाई..

नवप्रदेश के सवाल पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का जवाब-जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाई..

Union Home Minister Amit Shah's reply to Navpradesh's question- Article 370 removed from Jammu and Kashmir..

home minister amit shah

-नक्सली रास्ता बदले नहीं तो होगा ‘अंतिम प्रहार’ : शाह
-देश को मार्च 2026 तक नक्सल समस्या से मुक्त कर लेंगे

रायपुर/नवप्रदेश। home minister amit shah: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को नक्सलियों को खुली चुनौती देते हुए कहा कि यदि वे अपना रास्ता नहीं बदलते हैं तो ‘अंतिम प्रहार’ होगा और हम देश को मार्च 2026 तक नक्सल समस्या से मुक्त कर लेंगे। श्री शाह ने आज यहां नक्सल प्रभावित राज्यों की अंतर राज्यीय समन्वय समिति की बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए यह चुनौती दी।


नवप्रदेश के सवाल पर शाह का जवाब

कश्मीरी पंडि़तों को लेकर नवप्रदेश के सवाल पर बोले देश के गृहमंत्री शाह- जो जहां जाना चाहते है उनको बसाने के लिए केंद्र सरकार कटिबद्ध और जो जहां बस गए हैं और घाटी में नहीं जाना चाह रहे हैं उनके लिए हम कुछ नहीं कर सकते हैं। दरअसर नवप्रदेश का सवाल था कि जिस मंशा से सरकार ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाई थी क्या सरकार कि वह मंशा सफल हो गई है और घाटी के जो क कश्मीरी पंडित देश के अलग-अलग हिस्सों में निर्वासित है उसमें से कितने पंडितों को बसाया गया। इस पर गृहमंत्री अमित शाह (home minister amit shah) ने कहा कि देश के किसी भी हिस्से में कश्मीरी पंडित बसे हो और वो वहां जाना चाहते हो तो केंद्र सरकार उन्हें बसाने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन यदि कोई बाहर ही ठीक-ठाक हो तो उनके लिए हमारे पास कोई उपाय नहीं है।

नई सरेंडर पॉलिसी की घोषणा

नक्सलियों को खुली चुनौती देते हुए श्री शाह ने कहा यदि वे अपना रास्ता नहीं बदलते हैं तो ‘अंतिम प्रहार’ होगा। छत्तीसगढ़ समेत देश को मार्च 2026 तक नक्सल समस्या से मुक्त कर लेंगे। उन्होंने कहा वामपंथी उग्रवाद की वजह से लोग निरक्षर रह गए हैं उन्हें साक्षर बनाने राज्य सरकार और केंद्र सरकार पहल करेगी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की तर्ज पर एसआईए बनाएंगे। राज्य सरकार जल्द नई सरेंडर पॉलिसी की घोषणा करेगी।

समस्या को चैलेंज के रूप में स्वीकार

केंद्रीय मंत्री ने साय सरकार की तारीफ करते हुए कहा, नक्सल मामले में छत्तीसगढ़ में बड़ी कामयाबी मिली है। उन्होंने कहा पड़ोसी राज्यों का समन्वय जरूरी है। नक्सल वाद के खिलाफ रूथलेस रणनीति के साथ अंतिम प्रहार करने का वक्त आ गया है। हमारा मानना है कि वामपंथी उग्रवाद देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। पिछले चालीस सालों में करीब 17 हजार लोगों की जान गई है। जब से केंद्र में मोदी सरकार बनी इस समस्या को चैलेंज के रूप में स्वीकार किया।

14 नक्सली लीडर को न्यूट्रालाइज किया

शाह ने कहा जिनके हाथ में हथियार है उनके हाथ से हथियार छुड़ाना और जो नहीं छोड़ रहे हैं उन्हें इंगेज करने की दिशा में काम किया गया। इसके साथ ही वामपंथ उग्रवाद क्षेत्र का विकास करना भी प्राथमिकता रही है। कई एचीवमेंट रहा है। वर्ष 2022 में चार दशकों में मृत्यु का प्रतिशत सबसे कम रहा। टॉप 14 नक्सली लीडर को न्यूट्रालाइज किया गया। हमने दो उद्देश्यों को लेकर काम किया। पहला नक्सल क्षेत्रों में रूल ऑफ़ ला को इस्टेब्लिश करना और दूसरा उन इलाकों को विकसित करना।

पांच राज्यों से नक्सल समस्या मुक्त

उन्होंने कहा बिहार, झारखंड, ओडि़शा, मध्यप्रदेश और कुछ हद तक महाराष्ट्र नक्सल समस्या से मुक्त हुआ है। वर्ष 2004 से 2014 तक 16 हजार घटनाएं हुई थी और 2014 के बाद से अब तक करीब सात हजार घटनाएं हुई है। करीब 53 फीसदी की कमी आई है। नागरिक सुरक्षा में 79 फीसदी का आंकड़ा रहा है। वर्ष 2010 में 96 नए 11 जिलों को मिलाकर 107 जिले नक्सल प्रभावित जिले थे। आज यह करीब 42 पर आ गए हैं। थानों की संख्या 171 तक सीमित हुई है। वर्ष 2019 से अब तक सीएपीए के दो सौ से ज्यादा कैंप बनाए गए। वामपंथ उग्रवाद के फाइनेशियल सिस्टम पर करारा प्रहार किया गया है। इसमें ईडी की भी बड़ी भूमिका रही है।

नक्सल मामले में बड़ी कामयाबी

केंद्रीय गृहमंत्री (home minister amit shah) ने कहा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को धन्यवाद देता हूं कि नक्सल मामले में बड़ी कामयाबी मिली है। बड़ी संख्या में नक्सली न्यूट्रालाइज किया गया। नये कैंप खुले। हिड़मा के गांव में जाकर डिप्टी सीएम ग्रामीणों को आधार कार्ड देता है तो यह सब देखकर दिल्ली में हमें सुकून मिलता है। सुकमा के छह गांवों में आजादी के बाद पहली बार आदिवासियों ने मतदान का इस्तेमाल किया है। आज सुरक्षा बलों के जवान सुरक्षा मुहैया कराने के साथ-साथ क्षेत्र के विकास के लिए भी योगदान दे रहे हैं।

कनेक्टिविटी बेहतर, सुविधाएं पहुंच रही

श्री शाह ने कहा कि बस्तर में 1500 से ज्यादा मोबाइल टावर लगाकर कनेक्टिविटी देने का काम किया है। सड़कों की कनेक्टिविटी को बेहतर किया गया है। हर तीन किलोमीटर में एक डाकघर खोला गया है। बैंक, एटीएम जैसी सुविधाएं पहली बार अंदूरूनी इलाको में पहुंचा है। कौशल विकास के लिए आईटीआई खोले गए हैं। इसके अलावा 164 एकलव्य विद्यालय खोले गए हैं।

एजेंसियां कोआर्डिनेशन को बेहतर कर रही

श्री शाह ने कहा अलग-अलग राज्य सरकारों के बीच जॉइंट टास्क फ़ोर्स बनाया गया है। केंद्र सरकार की एजेंसियां कोआर्डिनेशन को बेहतर कर रही है। फर्जी मुठभेड़ के आरोपों पर श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस अपना काम कर रही है। हम अपना काम कर रहे हैं। नक्सलियों ने शांति वार्ता पर श्री शाह ने अपील करते हुए कहा कि नक्सली सरेंडर करें, हथियार छोड़े हम उनकी चिंता करेंगे।

सात राज्यों के सीएस और डीजीपी शामिल हुए

गौरतलब है कि श्री शाह (home minister amit shah) इन दिनों छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। उन्होंने आज वामपंथी उग्रवाद पर समीक्षा बैठक ली, जिसमें छत्तीसगढ़ समेत सात राज्यों के मुख्य सचिव और डीजीपी शामिल हुए। बैठक में नक्सलियों के सफाये को लेकर रणनीति बनाई गई। श्री शाह ने छत्तीसगढ़ पुलिस के कामकाज और विकास कार्यों की समीक्षा भी की। बैठक से पहले श्री शाह ने आज चंपारण पहुंचकर महाप्रभु वल्लभाचार्य के मुख्य प्राकट्य बैठक स्थल और चम्पेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की और देशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल भी उनके साथ थे।

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