संपादकीय: बेरोजगारी दर: छत्तीसगढ़ को बड़ी सफलता
Big success for Chhattisgarh: आज देश में बेरोजगारी एक जटिल समस्या का रूप धारण कर चुकी है। बढ़ती बेराजगारी के कारण विपक्ष लगातार केन्द्र की मोदी सरकार पर हमला करता रहा है। ऐसी स्थिति में भाजपाशासित राज्य छत्तीसगढ़ में रोजगार सृजन के मामलें में लंबी छालांक लगाकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन की ताजी रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ ने देश में सबसे कम बेराजगारी दर वाले राज्यों की सूचि में पांचवा स्थान प्राप्त किया है।
इस मामले में उसने उत्तरप्रदेश जैसे राज्य को भी पिछे छोड़ दिया है। इस उपलब्धि की मुख्य वजह यह है कि छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार ने अल्प अवधि में ही बेराजगारी को कम करने तथा युवाओं को रोजगार के नये अवसर उपलब्ध कराने के लिए कई कारगर कदम उठाएं है।
साय सरकार ने हाल ही में गृह विभाग,स्वास्थ्य विभाग औरपंचायत विभाग सहित कई विभागो में एक हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति करने के आदेश जारी किये है। इसके साथ ही युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
राज्य सरकार ने शिक्षा और कौशल कार्यक्रम को रोजगार सृजन के लिए महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में माना है और युवाओं को तकनीकी तथा व्यवसायिक कौशल प्रदान करने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे है ताकि युवा नये उद्योगो में काम करने के लिए प्रशिक्षित हो सके।
इसी उद्देश्य के चलते छत्तीसगढ़ में और कई नये कौशल विकास केन्द्र प्रारंभ किये गए है जहां युवाओं को आधुनिक तकनीको और कौशल की शिक्षा दी जा रही है ताकि युवा रोजगार के नये अवसरों का लाभ उठा सके।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के औद्योगिक विकास की भी प्रबल संभावनाएं है इसके लिए यहां पूंजि निवेश कराने के लिए साय सरकार निरंतर प्रयासरत है। निकट भविष्य में छत्तीसगढ़ में नए औद्योगिक प्रतिष्ठान खुलते है तो निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ के हजारों और नौजवानों को वहां रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।