Undati Sitanadi Tiger Reserve: टाइगर के हमले में शावक हाथी की मौत, वन अमले ने पोस्टमार्टम कर..
-Undati Sitanadi Tiger Reserve: उंदती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र बफ्फर जोन में
गरियाबंद । Undati Sitanadi Tiger Reserve : उंदती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र अंतर्गत कुल्हाड़ीघाट परिक्षेत्र में टाइगर के हमले से एक शावक हाथी की मौत हो गई है। मौत के पहले शनिवार सुबह ग्राम कुकरार के ग्रामीणो ने शावक घायल अवस्था में गांव के करीब आते देखा था और इसकी सुचना वन अमले को दी परंतु जब तक वन अमला पहुचता शावक दम तोड़ चुका था।
मौके पर पहुचे वन अमले ने शावक के शरीर में टाइगर के हमले के निशान होने की पुष्टि की है।
इस संबंध में उंदती सीतानदी रिजर्व क्षेत्र के उपनिदेशक आयुष जैन ने बताया कि शनिवार सुबह कुल्हाड़ीघाट परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम कुकराल में गश्त के दौरान हाथी ट्रैकिंग दल को शावक हाथी मृत अवस्था में मिला है।
जिसके शरीर में टाइगर (Undati Sitanadi Tiger Reserve) के हमले के निशान है। ये निशान हाथी के पिछले दोनो पैर में काफी गहरे है। क्षेत्र का मुआयना करने पर बाघ के पगमार्क तथा स्कैट मल के चिन्ह भी मिले। जिससे स्पष्ट है कि शावक हाथी पर टाइगर द्वारा हमला किया गया है जिससे शावक की मौत हुई है।
उपनिदेशक जैन ने बताया कि ग्राम कुकराल के ग्रामीणो ने शावक हाथी को घायल अवस्था में गांव के आबादी क्षेत्र में आते देखा है। जिसके बाद इसकी सुचना गश्त कर रही ट्रैकिंग टीम को दी गई। सुचना के बाद तत्काल वन अमले और पशु चिकित्सको की टीम मौके पर पहुची। प्रथम दृष्टया चिकित्सको का कहना है कि घटना लगभग 10 से 12 घंटे के पहले की है।
शुक्रवार शाम रात टाइगर (Undati Sitanadi Tiger Reserve) ने शावक पर हमला किया होगा जिससे बाद रातभर इधर उधर करते शावक जंगल से बाहर गांव के करीब पहुचा है। उपनिदेशक आयुष जैन ने बताया कि कुल्हाड़ीघाट परिक्षेत्र में करीब 15 से 20 हाथी का दल मौजुद है। इसमें से ही शावक हाथी दल से भटकर अलग विचरण कर रहा था जिस पर टाइगर ने हमला कर दिया है।
उन्होने बताया कि घटना स्थल से दल की दूरी महत 2 से 5 किमी है फिर भी रात में किसी प्रकार आवाज ट्रैकिंग दल और ग्रामीणो को सुनाई नही दी। घटना के बाद वन विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। हाथी के दल पर सतत नजर रखी जा रही है।
प्रधान मुख्यवन सरंक्षक के उपस्थिति में पोस्टमार्टम
इधर शावक हाथी की मौत के सुचना मिलते ही प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी पीवी नरसिंह रॉव, मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी अनुराग श्रीवास्तव भी गरियाबंद पहुचे है। उनकी उपस्थिति में पशुचिकित्सक टीम ने हाथी शावक का पोस्टमार्टम किया जिसके बाद उसे गढढा खोदकर दफना दिया गया। इस दौरान उपनिदेशक उदंती सीतानाडी टाइगर रिजर्व आयुष जैन तथा सहायक संचालक तौरंगा पीआर ध्रुव सहित पूरा अमला मौजुद था।