Training Conference : 79वें दौर का सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण सम्मेलन, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय में आयोजित
रायपुर, नवप्रदेश। 79वें दौर का सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (N.S.O.) द्वारा 01 जुलाई 2022 से आयोजित (Training Conference) किया जा रहा है। यह सर्वेक्षण 30 जून 2023 तक देश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित किया जाएगा।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, भारत सरकार के तहत राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एवं डेटा की कमी को दूर करने के लिए व्यापक वार्षिक माड्युलर सर्वेक्षण आयोजित कर रहा है ।
यह उल्लेखनीय है कि सतत विकास लक्ष्य 2030 की मॉनिटरिंग के लिए सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय नोडल (Training Conference) मंत्रालय है । इस सर्वेक्षण के साथ, इसी अवधि के दौरान, आयुष प्रणाली का प्रयोग करने वाली जनसंख्या से संबंधित सर्वेक्षण के माध्यम से भी जानकारी एकत्र की जाएगी।
इस सर्वेक्षण के राज्य स्तरीय प्रशिक्षण सम्मेलन का उद्घाटन आज 09.06.2022 को मुख्य अतिथि डॉ. के. सुब्रमण्यम, सदस्य, राज्य योजना आयोग, छत्तीसगढ़ द्वारा होटल (Training Conference) किंग्सवे, तेलीबांधा, रायपुर में दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।
उप महानिदेशक, एनएसओ (एफओडी), पश्चिमी क्षेत्र, श्री आर.सी. गौतम और श्री एस.के.तिवारी, सहायक निदेशक, पत्र सूचना ब्यूरो भी इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय रायपुर के उप महानिदेशक श्री रोशन लाल साहू ने की । इस राज्य स्तरीय प्रशिक्षण सम्मेलन में छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और अंबिकापुर स्थित राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के क्षेत्रीय और सभी उप-क्षेत्रीय कार्यालयों तथा आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय, छत्तीसगढ़ शासन के अधिकारी तथा कर्मचारी भाग ले रहे हैं ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री रोशन लाल साहू, उप महानिदेशक, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, रायपुर ने उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए इस सर्वेक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला और प्रतिभागियों से प्रशिक्षण कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया।
सर्वेक्षण। उन्होंने बताया कि सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एवं इससे संबंधित डेटा की कमी को पूरा करने के लिए इस दौर में व्यापक वार्षिक मॉड्युलर सर्वेक्षण किया जा रहा है, जिससे सतत विकास लक्ष्यों से संबंधित विभिन्न प्रकार के संकेताकों पर आवश्यक डेटा प्राप्त किया जा सके।
उन्होंने वर्तमान परिपेक्ष्य में योजनाओं के निर्माण में आंकडों की बढ़ती हुई आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए निर्धारित समयाविधि में गुणवत्तापूर्ण आंकडों के संग्रहण में कर्मचारियों की भूमिका को रेखांकित किया ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशेष अतिथि श्री सुनील तिवारी, सहायक निदेशक, पत्र सूचना ब्यूरो ने आंकड़ों की सरलता, सटीकता और विश्वसनीयता के बारे में जानकारी देते हुए राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा निरंतर विकास और सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र में किए गए सर्वेक्षणों के योगदान पर प्रकाश डाला।
उन्होंने लक्ष्य समूह को विश्वास में लेते हुए डेटा के डिजिटल संग्रह के माध्यम से डेटा की विश्वसनीयता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने इस सर्वेक्षण को अत्यंत महत्तवपूर्ण बताते हुए प्रशिक्षणार्थियों का आवाहन किया कि वे इस कार्य हेतु पूर्ण मनोयोग के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करें जिससे संग्रहित आंकडों की गुणवत्ता एवं उपयोगिता में निरंतर सुधार हो ।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, वेस्टर्न ज़ोन, नागपुर के उपमहानिदेशक श्री आर.सी.गौतम ने सर्वेक्षण में कंप्युटर ऐडेड पर्सनल इंटरव्यु (कैपी) साफ्टवेअर तथा आई.सी. टूल्स के उपयोग पर प्रकाश डालते हुए प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि वे सूचना प्रौद्योगिकी का अधिकाधिक उपयोग से आंकडों में सटीकता एवं समयबद्धता लाने का प्रयास करें।
उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम को एक महत्तवपूर्ण प्लेटफार्म निरूपित करते हुए कहा कि प्रतिभागी इस अवसर का लाभ उठाकर अपनी कार्य कुशलता में निरंतर सुधार करते रहें ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. के.सुब्रमण्यम, सदस्य, राज्य योजना आयोग, छत्तीसगढ़ ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि डेटा कलेक्शन के साथ डेटा की व्याख्या या विश्लेषण करते समय, हमें विशेष रूप से सतर्क और निष्पक्ष रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने इस सर्वेक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए डेटा की अखंडता, सटीकता, प्रासंगिकता और समयबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों की पृष्टभूमि एवं उद्देश्यों से संबंधित जानकारी दी तथा अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य में इन लक्ष्यों की प्राप्ति में देश की स्थिति तथा विभिन्न राज्यों की तुलनात्मक स्थिति के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि वर्ष 2030 के पहले सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने हेतु निरंतर प्रयत्न करने की आवश्यकता है।
उन्होंने गुणवत्तापूर्ण आंकडों के संग्रहण हेतु सूचकों को सर्वेक्षण के पृष्ठभूमि एवं उद्देश्यों से अवगत कराने की आवश्यकता पर जोर दिया । इस तीन दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण सम्मेलन का उद्घाटन समारोह के अंत में श्री जॉर्ज मिंज, सहायक निदेशक, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, रायपुर के धन्यवाद ज्ञापन किया गया ।