Train Halt Elephant Safety : हाथियों की सुरक्षा हेतु रेलवे ने ट्रेनों की रफ्तार थामी, तीन घंटे बाद शुरू हुआ परिचालन
Train Halt Elephant Safety
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के बंडामुंडा स्टेशन यार्ड में हाथियों के झुंड के विचरण की सूचना पर रेलवे ने मंगलवार सुबह हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग (Train Halt Elephant Safety) में तीन ट्रेनों का परिचालन करीब तीन घंटे तक रोक दिया।
रेलवे का यह कदम हाथियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचाव के लिए उठाया गया। बताया गया कि पटरी के आसपास हाथियों का झुंड मौजूद था, ऐसे में ट्रेनों की आवाजाही रोककर वन्यजीवों को सुरक्षित निकलने का मौका दिया गया। यह क्षेत्र झारखंड के चक्रधरपुर रेल मंडल के अंतर्गत आता है।
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, बंडामुंडा डी केबिन और के केबिन के समीप रेल लाइन के आसपास हाथियों का झुंड देखा गया था। इस सूचना के बाद मंगलवार तड़के 01:40 बजे से अप रेल लाइन में ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया।
तीन ट्रेनें रहीं प्रभावित
रेलवे ने हटिया-राउरकेला पैसेंजर को बंडामुंडा के के केबिन के समीप 01:03 बजे से 03:15 बजे तक (Train Halt Elephant Safety India) रोका। वहीं, जसीडीह-वास्को-द-गामा साप्ताहिक एक्सप्रेस को बंडामुंडा ए केबिन के पास 01:42 से 03:25 बजे तक रोका गया। इसके अलावा, हावड़ा-मुंबई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मेल को महादेवशाल स्टेशन के समीप 01:59 बजे रोका गया और बाद में बिसरा स्टेशन में 02:45 से 03:31 बजे तक रोका गया। जब हाथियों का झुंड रेल लाइन से सुरक्षित दूरी पर चला गया, तब रेलवे ने धीरे-धीरे सभी ट्रेनों को बंडामुंडा यार्ड से पार कराया।
रेलवे की जिम्मेदार पहल
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि (Train Halt Elephant Safety India) के तहत यह कदम वन्यजीव संरक्षण की प्राथमिक नीति के अनुरूप है। हाल के वर्षों में पूर्वी भारत में कई रेल हादसे हाथियों से टकराव के कारण हुए हैं। इसे देखते हुए रेलवे ने झुंडों के मूवमेंट वाले इलाकों में “एलीफैंट अलर्ट सिस्टम” और स्पीड रेस्ट्रिक्शन जोन लागू किया है। इस पहल के तहत, जैसे ही वन विभाग या स्थानीय ट्रैकमैन से झुंड की सूचना मिलती है, ट्रेन नियंत्रण कक्ष तुरंत नजदीकी लाइनों पर ट्रेनों को रोकने का निर्देश जारी करता है।
