Tibet Earthquake 2025 : तिब्बत में प्रकृति का दोहरा प्रहार: भूस्खलन के बाद अब भूकंप से कांपी ज़मीन

बीजिंग/ल्हासा, 22 मई| Tibet Earthquake 2025 : प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे चीन के तिब्बत क्षेत्र में आज सुबह एक और झटका महसूस किया गया। सुबह 9:27 बजे रिक्टर स्केल पर 4.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। भूकंप का केंद्र चीन-नेपाल सीमा क्षेत्र में स्थित था, जिसकी पुष्टि राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) ने की है।
यह भूकंप ऐसे समय में आया है जब कुछ ही दिन पहले तिब्बत के दक्षिण-पश्चिमी इलाके में भारी भूस्खलन के कारण 4 लोगों की मौत हो गई थी और 17 से अधिक लोग मलबे में फंसे बताए जा रहे (Tibet Earthquake 2025)हैं। एक के बाद एक दोहरी आपदा ने तिब्बत क्षेत्र में रह रहे लोगों को भयभीत कर दिया है।
कांपी धरती, कांपे दिल: लोगों में बढ़ रही चिंता
तिब्बत क्षेत्र पहले से ही भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है, लेकिन हाल के दिनों में लगातार भूकंप और भूस्खलन की घटनाओं ने आपदा प्रबंधन एजेंसियों की नींद उड़ा दी (Tibet Earthquake 2025)है। स्थानीय लोगों के अनुसार, “धरती जैसे लगातार कांप रही है, और हर झटका दिल दहला देता है।”
बचाव कार्य जारी, प्रशासन सतर्क
सरकारी एजेंसियों ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य तेज कर दिया (Tibet Earthquake 2025)है। वहीं भूकंप की घटनाओं को देखते हुए, संभावित आफ्टरशॉक्स के लिए प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
क्या कहता है भूकंप विज्ञान?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह क्षेत्र इंडो-यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स के टकराव का मुख्य केंद्र है, जिससे यहाँ भूकंप और भूस्खलन जैसी घटनाएँ सामान्य से कहीं अधिक होती हैं।