संपादकीय: बिहार के लाल वैभव सूर्यवंशी का कमाल

The wonder of Bihar's son Vaibhav Suryavanshi
The wonder of Bihar’s son Vaibhav Suryavanshi: आईपीएल में बिहार के लाल वैभव सूर्यवंशी ने वाकई कमाल कर दिखाया। मात्र चौदह साल की उम्र में वैभव सूर्यवंशी ने मात्र 35 गेंदों पर शतक जड़कर सबसे तेज शतक जडऩे का रिकॉर्ड बना दिया। इसके पहले युसूफ पठान ने 37 गेंदों पर शतक जड़कर टी-20 में सबसे तेज शतक बनाने का कीर्तिमान बनाया था। जिसे वैभव सूर्यवंशी ने तोड़ दिया। वैभव ने मात्र 17 गेंदों पर अपना अर्धशतक जड़ा और फिर 35 गेंदों में शतक बना डाला।
अपनी इस धुंआधार पारी में वैभव ने 11 छक्के लगाए वह भी एक नया रिकॉर्ड है। वैभव ने 93 प्रतिशत रन चौकों छक्कों से बटोरे यह भी एक नया रिकॉर्ड है। बिहार के समस्तीपुर जिले के एक छोटे से गांव में एक साधारण किसान परिवार में जन्मे वैभव सूर्यवंशी ने मात्र 4 साल की आयु में ही बल्ला थाम लिया था और 12 साल की उम्र में पहुंचने तक वह बिहार रणजी ट्राफी में स्थान बनाने में सफल हो गया और रणजी ट्राफी में 12 साल की उम्र में ही शतक जड़कर उसने पूत के पांव पालने में दिखने वाली कहावत को चरितार्थ कर दिखाया।
जब उसका आईपीएल में चयन हुआ तो उसने डेब्यू मैच में ही पहली गेंद पर छक्का जड़कर और मात्र 20 गेंदो में 34 रन बनाकर तहलका मचा दिया। हलांकि अपने दूसरे मैच में वह 12 गेंदों पर 18 रन बनाकर आउट हो गया था लेकिन तीसरे ही मैच में इस14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने धुंआधार शतक बनाकर सबको चौंका दिया। वैभव की इस ऐतिहासिक पारी की क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने भी जमकर तारीफ की है।
युसूफ पठान ने भी अपना रिकॉर्ड तोडऩे पर वैभव की प्रशंसा की है। गौरतलब है कि सचिन तेंदुलकर ने भी मात्र 16 साल की उम्र में भारतीय क्रिकेट टीम में पदार्पण किया था। यदि वैभव को अवसर मिला तो इस मामले में भी वह सचिन का रिकॉर्ड तोड़ सकता है।