संपादकीय: दुनिया पर मंडराता तीसरे विश्व युद्ध का खतरा

third world war looms over the world
Editorial: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को देखते हुए दुनिया पर तीसरे विश्व युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष विराम के रास्ते लगभग बंद हो गये हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जो खुद को सीजफायर स्पेशलिस्ट साबित करने की कोशिश कर रहे हैं उन्होंने रूसी राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ अलग अलग बैठकें की और मध्यस्तथा करने का प्रयास किया किन्तु बेल मुंडेर नहीं चढ़ पाई। नतीजतन अब अमेरिका ने भी अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग अचानक खत्म होगी।
इस बीच यूरोप के 26 देश खुलकर यूक्रेन के समर्थन में आ गये हैं और उन्होंने यूक्रेन को हर संभव मदद मुहैया कराने का वादा किया है। यूरोपीय देशों के इस निर्णय के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने जहां यूक्रेन पर जहां हमले तेज कर दिये हैं वही उन्होंने यूरोपीय देशों को भी दो टूक शब्दों में कड़ी चेतावनी दी है कि यदि यूक्रेन की ओर से किसी भी यूरोपीय देश की सेना जंग के मैदान में उतरती है तो उसे जिंदा नहीं छोड़ा जाएगा। इसके साथ ही रूस ने अब यूक्रेन के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा हमला करते हुए वहां 14 मिसाइलें दागी हैं और आठ सौ से ज्यादा ड्रोन हमले करके भारी तबाही मचा दी है।
रूस के इस हमले में कीव के केबिनेट बिल्डिंग को भी जमींदोज कर दिया गया है। रूस ने अब यूक्रेन के 14 शहरों सहित वहां के 20 प्रतिशत भू- भाग पर कब्जा कर लिया है। रूस के इस हमले के बाद अब यूक्रेन भी यूरोपीय देशों के सहयोग से पलटवार करने की योजना बना रहा है। जाहिर है अब रूस और यूक्रेन के बीच निर्णायक लड़ाई छिडऩे लगी है। यदि यूरोपीय देश यूक्रेन के समर्थन में आगे आते हैं तो इस जंग के तीसरे विश्व युद्ध के रूप में बदलने में देर नहीं लगेगी।
रूस के साथ चीन और दक्षिण कोरिया है। यदि यूक्रेन सहित यूरोपीय देशों और रूस की सैन्य क्षमता की तुलना की जाये तो रूस उनपर भारी पड़ सकता है। ऊपर से यदि चीन भी रूस के साथ आ जाता है तो तीसरा विश्व युद्ध भयावह हो सकता है। गौरतलब है कि दूसरा विश्व युद्ध भी यूरोपीय देशों के कारण ही हुआ था और यही यूरोपीय देश आज दुनिया को तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर ले आये हैं।
यूरोपीय देश यूक्रेन को नाटो का सदस्य बनाना चाहते हैं और रूस इसके सख्त खिलाफ है इसी वजह से रूस और यूूक्रेन के बीच जंग चल रही है। रही बात अमेरिका की तो उसे जंग से फायदा ही होता है। उसके हथियार बिकते हैं। शुरू में यूक्रेन को अमेरिका ने ही हथियार दिये थे अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय देशों से कह दिया है कि अमेरिका अभी भी यूक्रेन को हथियार देने के लिए तैयार लेकिन उन हथियारों का पैसा यूरोपीय देशों को देना पड़ेगा। कुल मिलाकर स्थिति अब विस्फोटक होती जा रही है ऐसे में तीसरे विश्व युद्ध की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।