शीघ्र हटेगा बुढ़ापारा का धरना स्थल, रायपुर सराफा एसोसिएशन को मिला कलेक्टर-एसएसपी का आश्वासन
रायपुर/नवप्रदेश। Budhapara Protest Site : आए दिन राजधानी के बुढ़ातालाब धरना स्थल में जाम की स्थिति निर्मित होने से सराफा बाजार में वाहनों का रेला लग जाता है, इससे दुकानदार तो परेशान होते ही है साथ ही आम नागरिकों को भी काफी दिक्कतों का सामाना करना पड़ता है। ये सिलसिला कई सालों से बदस्तूर जारी है।
बुढ़ापारा धरना स्थल को स्थानांतरित करने की मांग को लेकर मंगलवार को रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू के नेतृत्व एक प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर सौरभ कुमार व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल से मिलकर ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष मालू के अलावा उपाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण लाहोटी, प्रहलाद सोनी, सह सचिव अनिल कुचेरिया, कार्यकारिणी सदस्य देवेंद्र सोनी, प्रमित नियोगी व पवन सोनी उपस्थित थे।
एसोसिएशन के अध्यक्ष मालू ने कलेक्टर व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को बताया कि बुढ़ातालाब धरना स्थल (Budhapara Protest Site)में आए दिन किसी भी मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन व रैली निकालने से जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है और इससे व्यावसायिक गतिविधियां लगातार प्रभावित हो रही है। इसके साथ ही यहां रहने वाले आम नागरिकों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जब प्रदर्शनकारी उग्र हो जाते है तो पुलिस प्रशासन के द्वारा सप्रे स्कूल के सामने बेरीकेड्स कर दीवाल खड़ाकर रास्ते को बंद कर दिया जाता है जिसके कारण यातायात अस्त-व्यस्त हो जाता है।
अधिकांश नागरिक गणेश मंदिर के पास से सदर बाजार में प्रवेश करते है और यहीं से सदर बाजार तथा सराफा बाजार में जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है और सदर बाजार के सराफा कारोबारियों के साथ ही आम नागरिकों भी परेशान होते रहते है। इस कारण व्यापार भी बुरी तरह से प्रभावित हो जाता है और आर्थिक नुकसान का सामना व्यापारियों को करना पड़ता है।
इस जाम का उठाईगिरी तो फायदा उठाते ही है साथ ही सराफा कारोबारियों के साथ ही अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लोग डरे रहते है कि कहीं उनके यहां भी उठाईगिरी न हो जाए। पूर्व में इसे अस्थायी धरना स्थल (Budhapara Protest Site)घोषित किया गया था लेकिन वर्तमान में इसे स्थायी धरना स्थल घोषित कर दिया गया है।
कलेक्टर व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मांग की गई है कि धरना स्थल को दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाए ताकि आम नागरिकों के साथ व्यापारी सुरक्षित होकर अपना व्यावसाय कर सकें। प्रतिनिधिमंडल की बात सुनने के बाद कलेक्टर व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने शीघ्र ही धरना स्थल को स्थानांतरित करने आश्वासन दिया है।