राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मनाई गई जयंती, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया नमन
रायपुर/नवप्रदेश। Gandhi Jayanti : राज्यपाल अनुसुईया उइके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें नमन किया है।
राज्यपाल ने कहा है कि महात्मा गांधी ने पूरे विश्व को सत्य-अहिंसा के मार्ग पर चलने की सीख दी। उन्होंने सत्याग्रह और अहिंसा का उपयोग कर देश को आजादी दिलाई। उनके बताए हुए रास्तों का आज हमारा देश ही नहीं, पूरा विश्व (Gandhi Jayanti) अनुसरण कर रहा है।
राज्यपाल ने कहा है कि स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री जी के आदर्श तथा ’जय जवान-जय किसान’ का नारा हम सभी के लिये हमेशा प्रेरणास्पद रहेगा। स्वर्गीय शास्त्री जी का सम्पूर्ण जीवन एवं उनके विचार युवा पीढ़ी के लिए सदैव अनुकरणीय एवं मार्ग प्रदर्शक रहेंगे।
प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Gandhi Jayanti) की 152 वीं जयंती के अवसर पर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किया है। उन्होंने कहा है कि बापू का जन्मदिन समूची मानवता के लिए महान पर्व है क्योंकि उनका जीवन-संघर्ष और उपलब्धियां देश और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं।
सीएम बघेल ने कहा कि बापू ऐसा समाज चाहते थे, जिसमें अंतिम पंक्ति का अंतिम व्यक्ति भी न्याय से वंचित न हो। हर हाथ को काम मिलेे और सभी को सम्मानपूर्वक जीने का अधिकार मिले। राज्य सरकार बापू के राम राज्य की अवधारणा को जीवंत करते हुए नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने का प्रयास कर रही है। हमने ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती और लोगों की आत्मनिर्भरता के लिए कई क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। हमने गांधी जी के रास्ते पर चलते हुए आदिवासियों की जमीन लौटाने, किसानों के कर्ज माफ करने जैसे कई निर्णय लिए।
लोगों को लाभ पहुचाने के लिए शुरू हुए सामुदायिक वन अधिकार पट्टा वितरण, लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य में खरीदी में छत्तीसगढ़ ने राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किया है। इसके साथ ही गौठानों का आजीविका केन्द्र के रूप में विकास, गोधन न्याय योजना के माध्यम से पशुपालकों और ग्रामीणों से गोबर खरीदी जैसी नई पहल से हम गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के देश के प्रति अमूल्य योगदान को याद करतेे कहा है कि शास्त्री जी का भारतीय स्वाधीनता संग्राम में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय उन्होंने देश को कुशल नेतृत्व प्रदान किया और ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा देकर जनता का मनोबल बढ़ाया, जिससे सारा देश एकजुट हो गया।
उन्होंने अपना पूरा जीवन दीन-दुखियों और देश सेवा के लिए अर्पित कर दिया, वे सच्चे गांधीवादी थे। बघेल ने कहा कि शास़्त्री जी का ईमानदारी और सादगी भरा जीवन हमें सही राह में चलने की प्रेरणा देता है।