2024 लोकसभा से पहले BJP में टेंशन, घटी MLA की संख्या, पढ़ें विधायकों का गणित ? क्षेत्रीय पार्टियों के….
नई दिल्ली। loksabha election 2024: भाजपा और कांग्रेस देश की दो सबसे बड़ी राष्ट्रीय पार्टियां हैं लेकिन एक विश्लेषण से पता चलता है कि अन्य दलों के पास दोनों प्रमुख दलों की तुलना में कहीं अधिक विधायक हैं। पिछले कुछ चुनावों पर नजर डालें तो पता चलता है कि बीजेपी और कांग्रेस के मुकाबले क्षेत्रीय पार्टियों के विधायकों की संख्या ज्यादा है।
राष्ट्रीय दलों के विधायकों की संख्या की गणना की जाए तो क्षेत्रीय दलों के विधायकों की संख्या 1600 से अधिक है। इस रेस में बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सब पीछे हैं। पिछले 5 साल में हुए चुनावों पर नजर डालें तो राज्यों में बीजेपी की ताकत घटी है।
किस पार्टी के कितने विधायक?
चुनाव परिणाम और पिछले 5 साल में विधायकों की संख्या पर नजर डालें तो बीजेपी के पास कुल 1,312 विधायक हैं। जबकि कांग्रेस के पास 770 विधायक हैं। अन्य क्षेत्रीय दलों की संख्या इन दोनों दलों से अधिक है।
- भाजपा- 1312 विधायक
- कांग्रेस- 770 विधायक
- बाएं- 116 विधायक
- बसपा- 15 विधायक
- आप-161 विधायक
- अन्य- 1679 विधायक
50 करोड़ की आबादी पर राजनीतिक दलों की क्या स्थिति है?
13 राज्य ऐसे हैं जहां बीजेपी और कांग्रेस के विधायकों की संख्या अन्य पार्टियों के मुकाबले कम है। 13 राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियों का दबदबा है। जनसांख्यिकी रूप से, ये पार्टियां 500 मिलियन लोगों का प्रतिनिधित्व करती हैं। जिन राज्यों में क्षेत्रीय दल सत्ता में हैं उनमें बिहार, बंगाल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, झारखंड, मेघालय, नागालैंड, पुडुचेरी, मिजोरम और सिक्किम शामिल हैं।
तीन राज्यों में दो पार्टियों का दबदबा है
बीजेपी और कांग्रेस के अलावा अगर आम आदमी पार्टी की बात करें तो 2 राज्य ऐसे हैं जहां विपक्ष के मुकाबले पार्टी के विधायकों की संख्या ज्यादा है। पंजाब और दिल्ली में विपक्ष बहुत कमजोर है। पंजाब में हमारे पास 92 विधायक हैं, जबकि दिल्ली में हमारे पास 62 विधायक हैं। इसके साथ ही केरल में लेफ्ट का दबदबा कायम है। यहां एलडीएफ के 97 विधायक हैं।
- पंजाब – 92 आप विधायक
- दिल्ली – 62 आप विधायक
- केरल- 97 एलडीएफ विधायक
जनसंख्या के मामले में राजनीतिक दल कहां खड़े होते हैं?
जनसंख्या के हिसाब से विधायकों की संख्या देखें तो बीजेपी 48.8 करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करती है। दूसरी ओर, कांग्रेस के पास 24.4 करोड़ की आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले 770 विधायक हैं। क्षेत्रीय दलों के पास 1679 विधायक हैं जो 55.4 करोड़ की आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। बसपा के 15 विधायक 0.6 करोड़ जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के 162 विधायक 4.5 करोड़ जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं। बीजेपी सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में आगे है, जबकि कांग्रेस मध्य प्रदेश में विधायकों की संख्या के मामले में सबसे अधिक आबादी वाले राज्य का प्रतिनिधित्व करती है।
अन्य पार्टियां बीजेपी से काफी आगे हैं
सात राज्य ऐसे हैं जहां बीजेपी के विधायकों की संख्या 50 फीसदी या उससे ज्यादा है। इसके अलावा 4 राज्य ऐसे हैं जहां कांग्रेस के विधायकों की संख्या 50 फीसदी से ज्यादा है। वहीं, 9 राज्य ऐसे हैं जहां दूसरी पार्टियों की सरकार है और इन राज्यों में विधायकों की संख्या 80 फीसदी से ज्यादा है। राज्यों के प्रदर्शन पर नजर डालें तो यहां क्षेत्रीय पार्टियां बीजेपी से ज्यादा मजबूत नजर आ रही हैं।