Telangana Maoist Surrender : तेलंगाना में दो शीर्ष माओवादी समेत 8 ने डाले हथियार
Telangana Maoist Surrender
तेलंगाना माओवादी संगठन को एक और बड़ा झटका (Telangana Maoist surrender) लगा है। राज्य की स्टेट कमेटी के दो शीर्ष नेताओं सहित कुल आठ माओवादियों ने वारंगल पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस की ओर से अभी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है, लेकिन सूत्रों के अनुसार ये सभी माओवादी दो दिन पहले ही गुपचुप तरीके से समर्पण कर चुके हैं। सोमवार को इसकी आधिकारिक घोषणा होने की संभावना है।
आत्मसमर्पण करने वालों में सबसे प्रमुख नाम कोय्यादी संबय्या उर्फ़ आज़ाद का है। आज़ाद बीकेएसआर डिवीज़न कमेटी के सचिव रह चुका है और दशकों तक माओवादी संगठन में रणनीतिक भूमिका निभाता रहा है। उसका संगठन में प्रभाव और पकड़ बेहद मजबूत माना जाता था।
इसके अलावा अब्बास नारायण उर्फ़ रमेश, जो माओवादी तकनीकी टीम का प्रभारी (Telangana Maoist surrender) था, ने भी आत्मसमर्पण किया है। रमेश लंबे समय से रामागुंडम क्षेत्र में सक्रिय था।
सूत्रों के मुताबिक आज़ाद और स्टेट कमेटी के शीर्ष नेता दामोदर के बीच लंबे समय से चल रहा मतभेद और अंदरूनी टकराव (Telangana Maoist surrender) इस आत्मसमर्पण का मुख्य कारण बताया जा रहा है। आज़ाद मुलुगु जिले के मोद्दुलागुडेम गांव का निवासी है।
यदि पुलिस की ओर से पुष्टि होती है, तो यह कदम तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा क्षेत्र में सक्रिय माओवादी नेटवर्क (Telangana Maoist surrender) के लिए बड़ा झटका माना जाएगा और संगठन की कार्यप्रणाली पर इसका व्यापक असर पड़ने की संभावना है।
तेलंगाना में माओवादी दबाव घटा:
पिछले दो वर्षों में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन और लगातार आत्मसमर्पण के कारण माओवादी गतिविधियों में उल्लेखनीय कमी आई है। तेलंगाना–छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर संयुक्त बलों की विशेष गश्त और इंटेलिजेंस ऑपरेशन तेज कर दिए गए हैं।
