संपादकीय: ओवैसी के निशाने पर तेजस्वी

Tejashwi targets Owaisi

Tejashwi targets Owaisi

Editorial: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार पर विराम लग गया है। अब दूसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार ने गति पकड़ ली है। विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है जिसे देखकर ऐसा लगता है कि वे जुबानदाजी करके ही चुनाव जीतना चाहते हैं। महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के चेहरे घोषित होने वाले तेजस्वी यादव कुछ ज्यादा ही बढ़ चढ़कर बयान दे रहे हैं। जिन्हें भाजपा नेता करारा जवाब भी दे रहे हैं। किन्तु तेजस्वी यादव ने अस्सदुद्दीन ओवैसी को चरमपंथी कहकर आ बैल मुझे मार वाली कहावत चरितार्थ कर ली है।

अब ओवैसी अपनी हर चुनावी सभाओं में तेजस्वी यादव पर ही निशाना साध रहे हैं। उन्होंने पहले तो तेजस्वी यादव के इस दावे का मजाक उड़ाया जिसमें उन्होंने बिहार के हर परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है। ओवैसी ने सवाल उठाया है कि लगभग ढाई करोड़ लोगों को तेजस्वी यादव कौन सी नौकरी देंगे जबकि केन्द्र सरकार के पास ही सिर्फ तीस लाख सरकारी कर्मचारी हैं। यदि वे ढाई करोड़ लोगों को सरकारी नौकरी दे भी देते हैं तो उन्हें वेतन देने के लिए पैसा कहां से लाएंगे।

तेजस्वी यादव ने बिहार के लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश की है लेकिन कोई भी उनके झांसे में नहीं आएगा। ओवैसी ने तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला करते हुए यह भी बयान दिया है कि तेजस्वी यादव पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान के खिलाफ आपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद जब उन्होंने दुनिया के कई देशों में जाकर पाकिस्तान को बेनकाब किया था तो पाकिस्तानी मुझे चरमपंथी और आतंकवादी कहते थे।

आज यही बात तेजस्वी यादव कह रहे हैं। ओवैसी ने वक्फ कानून को रद्दी की टोकरी में डालने के तेजस्वी यादव के बयान को भी हास्यास्पद बताया है और कहा है कि वे खुद वक्फ कानून के सख्त खिलाफ है लेकिन कोई भी राज्य सरकार केन्द्र सरकार द्वारा बनाये गये किसी भी कानून को अपने राज्य में लागू करने से रोक नहीं सकती। इस तरह का बयान देकर तेजस्वी यादव बिहार के मुसलमानों के वोट हासिल करना चाहते हैं जो उन्हें कतई नहीं मिलेगा। बिहार में मुसलमानों की आबादी 18 प्रतिशत है और अब वे तो उपमुख्यमंत्री नहीं बल्कि मुख्यमंत्री बनेंगे। रही बात तेजस्वी यादव की तो उन्हें इस बार बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे। कुल मिलाकर तेजस्वी यादव ने ओवैसी को छेड़ कर अपने लिए नई मुसीबत मोल ले ली है।

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