Tehsildar चयनित हुए 10 माह पूरे, पर खेत में मजदूरी करने को मजबूर यह युवा, कहानी-उन्हीं की जुबानी
Tehsildar : प्रवीण ने अपनी व्यथा खुद ट्वीट कर बताई है
मुंबई। Tehsildar : कहावत है-समय से पहले व भाग्य से ज्यादा किसीको कुछ भी नहीं मिलता। एमपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण एक युवक के मामले में यह कहावत सही साबित हुई है।
इस युवक का नाम प्रवीण कोटकर है। प्रवीण ने महाराष्ट्र पब्लिक सर्विस कमीशन की परीक्षा उत्तीर्ण की। उनका चयन तहसीलदार (tehsildar) के लिए भी हो गया।
लेकिन स्थिति ये है कि वे आज भी खेत में काम करने के लिए मजबूर हैं। प्रवीण ने अपनी व्यथा खुद ट्वीट कर बताई है। उन्होंने बताया- ‘मेरा एमपीएससी से तहसीलदार के तौर पर चयन हुआ है। इस चयन को 10 माह हो गए हैं। लेकिन सरकार ने आज तक नियुक्ति नहीं दी। फिलहाल कृषि मजदूर के रूप में काम कर रहा हूं।Ó
प्रवीण ने आगे लिखा- लोग हम पर हंसते हैं और सरकार को गाली देते हैं। आखिर नियुक्ति कब मिलेगी। उल्लेखनीय है कि एमपीएससी ने इस साल की परीक्षा को लेकर गुरुवार को महत्वपूर्ण घोषणा की है। इस वर्ष 14 मार्च को एमपीएससी की परीक्षा होने वाली थी, जिसे एक बार फिर आगे बढ़ा दिया गया है।
इस परीक्षा की तारीख पिछले डेढ़ वर्ष में पांचवीं बार आगे बढ़ाई गई है। जिसके कारण परीक्षार्थी नाराज हैं। कई परीक्षार्थी इसी कारण से गुरुवार को रास्ते पर उतर गए थे। वहीं अब एक युवक ने नियुक्ति को लेकर सरकार से सवाल पूछा है।