Teacher Misconduct : विद्या के मंदिर को मदिरालय बनाने वालों गुरुजी लोगों के लिए बनेगी जेल ही ठिकाना

Teacher Misconduct
Teacher Misconduct : क्या आपने कभी सोचा है कि बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी संभालने वाले वही शिक्षक अगर क्लासरूम में शराब पीकर पहुंच जाएँ तो क्या होगा? ये सवाल अब सिर्फ अटकल नहीं है, बल्कि हकीकत बन चुका है। ऐसे कई चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं जिनसे अभिभावकों और शिक्षा विभाग की चिंता बढ़ गई है।
स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने शनिवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि अब शराब पीकर स्कूल आने वाले शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। दोषी पाए जाने पर न सिर्फ बर्खास्तगी होगी बल्कि (Teacher Misconduct) के मामलों में एफआईआर भी दर्ज की जाएगी। मंत्री ने यह भी कहा कि अब विभाग किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेगा और जिला शिक्षा अधिकारियों को जल्द ही स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी कर दिए जाएंगे।
बिलासपुर जिले के मस्तुरी ब्लॉक के मचहा प्राथमिक स्कूल का मामला तो सबसे ताज़ा है। यहां सहायक शिक्षक एलबी संतोष कुमार केंवट को बच्चों के सामने क्लासरूम में बैठकर शराब पीने और हुड़दंग मचाने के आरोप में बर्खास्त किया गया है। यह घटना बताती है कि (Teacher Misconduct) किस तरह शिक्षा व्यवस्था की साख को चोट पहुंचा रहा है।
इसी तरह सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला बरतीपारा में शिक्षक शैलेंद्र सिंह पोर्ते शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुंचा। ग्रामीणों ने इसकी सूचना दी तो संकुल समन्वयक मौके पर पहुंचे और जांच में पूरी सच्चाई सामने आई। वहीं, राजनांदगांव जिले के प्राथमिक शाला चिपरा के हेडमास्टर सरजूराम ठाकुर कोल्ड ड्रिंक की बोतल में शराब लाकर स्कूल में पीता था। शिकायत पर उसे दोबारा निलंबित कर दिया गया। यह भी साफ संकेत है कि (Teacher Misconduct) बार-बार दोहराए जाने पर शिक्षा विभाग अब सख्ती से ही निपटेगा।
करतला ब्लॉक के परसाभांठा सरकारी स्कूल में हेडमास्टर चंद्रपाल पैकरा की हरकत भी चौंकाने वाली रही। वह नशे में स्कूल आता और फिर दिनभर सोया रहता था। अभिभावकों और ग्रामीणों की शिकायत के बाद उस पर कार्रवाई की गई। जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र में तो हालात और गंभीर हो गए जब स्कूल प्राचार्य सुधीर कुमार बरला को छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया। यह घटना इस बात की गवाही देती है कि (Teacher Misconduct) सिर्फ शराबखोरी तक सीमित नहीं है बल्कि कई बार यह बच्चों की सुरक्षा पर भी सीधा हमला बन जाता है।
राजनांदगांव के मोहबा प्राथमिक स्कूल में प्रधान पाठक नेतराम वर्मा को छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोप में सस्पेंड कर जेल भेजा गया। गाली-गलौज, यौन उत्पीड़न और नशे की हालत में कक्षाओं में जाना—इन सभी घटनाओं ने शिक्षा विभाग को मजबूर कर दिया है कि अब वह बेहद कठोर रुख अपनाए।
मंत्री गजेंद्र यादव का कहना है कि इस तरह की घटनाएं अगर रोकी नहीं गईं तो बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ होगा। इसलिए अब नियम साफ हैं—अगर कोई शिक्षक शराब पीकर स्कूल आया तो यह सीधा मामला (Teacher Misconduct) माना जाएगा और उसके खिलाफ बर्खास्तगी और एफआईआर दोनों होगी।