chanakya neeti: मन का लगाव न होने पर आत्मीयता बन ही नहीं पाती…
chanakya neeti: जिसके प्रति लगाव, अर्थात् सच्चा प्रेम है, वह उससे दूर रहता हुआ भी…
chanakya neeti: जिसके प्रति लगाव, अर्थात् सच्चा प्रेम है, वह उससे दूर रहता हुआ भी…
chanakya neeti: अच्छी से अच्छी बात अप्रासंगिक होकर प्रभावहीन हो जाती chanakya neeti: समाज में…
chanakya neeti: हर मनुष्य अपने पूर्वजन्म के पापों के फलस्वरूप ही दरिद्रता, मानसिक कष्ट, दुःख…
chanakya neeti: जो भलाई करता है उसके साथ भलाई करनी चाहिए chanakya neeti: उस धन-सम्पत्ति…
chanakya neeti: मनुष्य को ऐसे कर्म करने चाहिए जिनसे उसकी कीर्ति हमेशा फैलती रहे। विद्या,…
chanakya neeti: मनुष्य के जीवन में सुख दुःखों का मूल कारण स्नेह (प्रीति) है। जिस…
chanakya neeti: आकाश में बातचीत भी सुविधापूर्वक नहीं हो सकती, वहां सन्देशवाहक का आना-जाना भी…
chanakya neeti: हर मनुष्य का मन ही सुख-दुख और भलाई-बुराई का मूल तथ्य है। जिसने…
chanakya neeti: एक समय के भोजन से सन्तुष्ट रहकर छह कर्तव्य कर्मों-प्रतिदिन यज्ञ करना-करवाना, वेदों…
chanakya neeti: आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि कोई रोगी-बेचैन, तृषा पीड़ित या क्षुधाग्रस्त है…