chanakya neeti: क्यो आचार्य चाणक्य ने विद्या को गुप्त धन और मां के समान बताया?
chanakya neeti: किंशुक के रक्तवर्ण के पुष्प देखने में तो खूबसूरत लगते हैं, परन्तु उनमें…
chanakya neeti: किंशुक के रक्तवर्ण के पुष्प देखने में तो खूबसूरत लगते हैं, परन्तु उनमें…
chanakya neeti : उच्च कुल व धनी घराने में पैदा होकर भी विद्याहीन व्यक्ति से…
chanakya neeti: मांस खाने वाले की प्रवृत्ति हिंसात्मक होती है। उससे पृथ्वी लोक के निवासी…
chanakya neeti: मांस खाने वाले की प्रवृत्ति हिंसात्मक होती है। उससे पृथ्वी लोक के निवासी…
chanakya neeti: गुरु मनुष्य का सच्चा मार्गदर्शक होता है, बिना गुरु के कोई भी व्यक्ति…
chanakya neeti: हर प्राणी की आत्मा, जीवात्मा कर्म करने में स्वतन्त्र है-प्राणी स्वयं ही करता…
chanakya neeti: अपने कर्मों का फल भोगते हुए मनुष्य को भाग्यानुसार जो प्राप्त होता है,…
chanakya neeti: मनुष्य के समस्त ज्ञान का आधार श्रवण है। वेदादि शास्त्रों का श्रवण करके…
chanakya neeti: महान् पुरूष अति परोपकारी होते हैं। ऐसी पुण्यात्माओं का भोग करने योग्य धन…
chanakya neeti: जिस तरह पानी की एक-एक बूंद से घड़ा भर जाता है, उसी तरह…