Swadeshi Movement India 2025 : विश्व बाजार में भारत ने फूंका है स्वदेशी का बिगुल, पीएम मोदी का विजन अब मध्यप्रदेश का मिशन : मोहन यादव

Swadeshi Movement India 2025

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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नया भारत अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में नए कीर्तिमान गढ़ रहा है। (Swadeshi Movement India 2025) दुनिया में जारी आर्थिक युद्ध के बीच भारत ने स्वदेशी का बिगुल फूंका है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नागरिकों, व्यापारियों और उद्यमियों को इस आर्थिक युद्ध में “स्वदेशी ब्रह्मास्त्र” सौंपा है। आज सभी क्षेत्रों में स्वदेशी को महत्व देते हुए भारत अपनी सनातन संस्कृति और विरासत के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के विजन को अब अपने मिशन के रूप में अपनाया है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्वदेशी का अर्थ यह नहीं है कि हम दुनिया से अलग हो जाएं। इसका मतलब है कि जो वस्तुएं हम अपने देश में बना सकते हैं, उन्हें बाहर से न मंगाएं और अपने देश में बनी वस्तुओं (Make in India Products 2025) का ही उपयोग करें।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शुक्रवार को मोतीलाल विज्ञान आदर्श महाविद्यालय प्रांगण में स्वदेशी जागरण मंच द्वारा आयोजित स्वदेशी मेले (Swadeshi Fair Bhopal) का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। उन्होंने मेला परिसर में स्थापित प्रभु श्रीराम की प्रतिमा का लोकार्पण किया। इस अवसर पर श्रीराम स्तुति की प्रस्तुति दी गई। मुख्यमंत्री का अंगवस्त्र एवं ब्रह्मोस मिसाइल की प्रतिकृति भेंटकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने लघु उद्यमियों के स्टॉल्स का अवलोकन कर स्वदेशी उत्पादों की जानकारी प्राप्त की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में स्वदेशी की भूमिका (Indian Economy Self-Reliance) बेहद महत्वपूर्ण रही है। महात्मा गांधी, लाला लाजपत राय और बाल गंगाधर तिलक जैसे महान नेताओं ने विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार कर स्वदेशी अपनाने का संदेश दिया था। यही वह ताकत थी जिससे बंग-भंग आंदोलन प्रारंभ हुआ और अंग्रेजों को झुकना पड़ा। आज के समय में प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प यही है कि भारत किसी के सामने नहीं झुकेगा।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज विश्व के कई देशों को भारत में सबसे बड़ा बाजार नजर आ रहा है। वे अपने उत्पाद भारत में लाना चाहते हैं, लेकिन भारत अब स्वदेशी के भाव (Vocal for Local Campaign India) से नई तकनीक अपनाकर अपने ही उत्पादों को विश्व स्तर पर स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक आर्थिक नीति नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की नई पहचान है।

स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय मेला प्रमुख साकेत राठौर ने कहा कि स्वदेशी मेला कोई आम आयोजन नहीं है। स्वदेशी जब समाज के साथ जुड़ता है तो वह आंदोलन का रूप ले लेता है। उन्होंने कहा कि भारत अगर अमेरिका, चीन और जापान जैसे देशों को पीछे छोड़ना चाहता है, तो स्वदेशी की भावना को अपनाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वदेशी आंदोलन (Self-Reliant India Mission) केवल आर्थिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक जागरण का प्रतीक है। मध्यप्रदेश में भी यह भावना अब गांव-गांव तक पहुंचाई जाएगी।

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