संपादकीय: इमरान खान पर सस्पेंस
Suspense over Imran Khan
Editorial: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। अफगानिस्तान के एक मीडिया हाउस ने यह खबर प्रसारित कर सनसनी फैला दी है कि इमरान खान की जेल में हत्या कर दी गई है। हालांकि इस खबर की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है। क्योंकि पाकिस्तान सरकार ने इस मामले में रहस्यमय चुप्पी साध रखी है। न तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने इस खबर पर कोई प्रतिक्रिया दी है और न ही आर्मी चीफ जो इन दिनों पाकिस्तान के सुपर पीएम बने हुए है उन असीम मुनीर ने भी इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है। नतीजतन पाकिस्तान में इमरान खान को लेकर सस्पेंस पैदा हो गया है और उनकी पार्टी के पीटीआई के हजारों कार्यकर्ता रावलपिंडी की अड़ीयाला जेल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले तीन सप्ताह से इमरान खान के वकील और परिजनों को जेल में उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है। जबकि कोर्ट के आदेश के मुताबिक इमरान खान से सप्ताह में एक बार उनके वकील और परिजन मिल सकते हैं। किन्तु पिछले 22 दिनों से न तो उनका वकील उनसे मिल पा रहा है ना ही उनकी बहनों को इमरान खान से मिलने दिया जा रहा है। इससे भी इमरान खान के समर्थकों को यह आशंका सता रही है कि जेल में इमरान खान या तो बुरी तरह अस्वस्थ्य है या तो उनकी मौत हो गई है।
गौरतलब है कि इमरान खान पिछले 28 माह से जेल में बंद है और इस दौरान पूर्व में उनके साथ बदसलूकी की भी खबर सामने आई थी। हाल ही में जेल में उनके बुरी तरह से अस्वस्थ होने की जानकारी मिली थी। तभी से इमरान खान के परिजन पाकिस्तान सरकार पर यह आरोप लगा रहे हैं कि इमरान खान को जेल में पर्याप्त भोजन नहीं दिया जा रहा है और उन्हें धीमा जहर देकर उनकी हत्या करने की कोशीश की जा रही है।
अफगानिस्तान मीडिया की खबर के बाद पाकिस्तान में इमरान खान के समर्थकों का गुस्सा फूटने लगा है और रावलपिंडी में हजारों की संख्या में पीटीआई के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे है। इस बीच पाकिस्तान की सरकार ने अडियाला जेल की सुरक्षा और कड़ी कर दी है। पाकिस्तान के खैबरपख्तुनवा प्रांत में इमरान खान की पार्टी पीटीआई की राज्य सरकार है और वहां भी लाखों लोग इमरान खान को लेकर पैदा हुए सस्पेंस से आक्रोशित हो गए है।
हैरत की बात है कि पाकिस्तान की सरकार इमरान खान के बारे में कोई भी जानकारी क्यों नहीं दे रही हैं? इधर आर्मी चीफ असीम मुनीर ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी। इसे लेकर भी यह संदेह गहरा रहा है कि इमरान खान के साथ जेल में कोई अनहोनी हो सकती है। वैसे यदि ऐसा कुछ होता भी है तो यह पाकिस्तान के लिए कोई नई बात नहीं होगी। पाकिस्तान का इतिहास रहा है कि वहां पूर्व प्रधानमंत्रियों को या तो देश से निकाला जाता है या फांसी पर लटकाया जाता है या फिर उनकी हत्या करा दी जाती है। बहरहाल देखना होगा कि इमरान खान के साथ क्या हुआ है?
