सरकारी राशन की कालाबाजारी के मामले में सेल्स मैन और व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज

सरकारी राशन की कालाबाजारी के मामले में सेल्स मैन और व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज

  • कोर्रा के माहरा पारा स्थित बाजार शेड से खाद्य विभाग ने 176 बोरी चांवल और 50 लीटर मिटटी तेल बरामद किया था। 3, 7 आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत गादीरास थाना में मामला दर्ज

सुकमा । सरकारी राशन की कालाबाजारी के मामले में जिला प्रशासन के निर्देश पर खाद्य विभाग ने सेल्समेन और एक व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी है। 3, 7 आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत नागलगुड़ा राशन दुकान के सेल्समेन और कोर्रा निवासी रामदास कश्यप के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। साथ ही खाद्य विभाग द्वारा राशन की कालाबाजारी के मामले में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।
ज्ञात हो कि अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में खाद्य विभाग ने कोर्रा के माहरा पारा स्थित पुराना बाजार शेड में छापामार कार्रवाई करते हुए 50—50 किलो के 176 बोरी चांवल और 50 लीटर मिटटी का तेल बरामद किया था। ग्रामीणों ने उक्त चांवल और मिटटी तेल को गांव के ही निवासी रामदास कश्यप का होना बताया था। यह पहला मामला जहां खाद्य विभाग ने जब्ती के तुंरत बाद राशनमाफियाओं के खिलाफ त्वरित व बड़ी कार्रवाई की है।

एफआईआर से चांवल चोरों मेंं हड़कंप...
जिला प्रशासन ने राशन की कालाबाजारी के मामले में कड़ा रूख अपना लिया हैै। कलेक्टर चंदन कुमार के निर्देश के बाद खाद्व विभाग ने कोर्रा मामले में एक सेल्समेन और एक व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। सेल्समेन और व्यापारी की गिरफ्तारी के साथ ही वे लोग भी जांच के दायरे में आएंगे जिनकी भूमिका राशन को व्यापारी के गोदाम तक पहुंचाने में है।

नक्सलवाद के बाद राशन की कालाबाजारी बड़ी समस्या
जिले में नक्सलवाद के बाद गरीबों के राशन की कालाबाजारी की खबरें हमेशा सुर्खियों में रहती है। राशनमाफियाओं के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं होने की वजह से कई वर्षों से यह गोरखधंधा इलाके में फल—फूल रहा है। इलाके में गरीबोंं का राशन खुलेआम हाट—बाजारों में बेचते हुए आसानी से देखा जा सकता है। आलम यह है कि सरकारी चांवल को भी गरीब आदिवासी वनोपज के बदले बाजारों से खरीदते हैं।

चांवल चोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो—सोड़ी
कोर्रा निवासी व जनप्रतिनिधि विजय सोड़ी ने कहा कि गरीबों के राशन की कालाएबाजारी में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होन चाहिए। पूरे जिले में यह धंधा बड़े पैमाने में संचालित किया जा रहा है। दोरनापाल इस गोरखधंधे का अडडा बना हुआ है। चिंतलनार, जगरगुण्डा और चिंतागुफा जैसे संवेदनशील इलाकों से राशन का अवैध परिवहन आसानी से किया जा रहा है। जो कई सवालों को जन्म देता है। राशन की उपलब्धता नहीं होने के कारण इलाके में ग्रामीणों का पलायन लगातार जारी है।

जारी रहेगी छापामार कार्रवाई—पिस्दा
जिला खाद्य अधिकारी केआर पिस्दा ने बताया कि गरीबों के राशन की कालाबाजारी के मामले में विभाग की छापामार कार्रवाई जारी रहेगी। किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा। उन्होने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देश पर सेल्स मेन और एक व्यापारी के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराया गया है। मामले की जांच चल रही है जल्द ही अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी।

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