Suicide Note : दीदी मेरी बेटी का ध्यान रखना…सबको I LOVE U…नोट छोड़कर डिप्टी कलेक्टर की बहू झूली
बिलासपुर/नवप्रदेश। Suicide Note : बिलासपुर में रिटायर्ड डिप्टी कलेक्टर की बहू ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि उसी दिन उनके पति भोपाल से ट्रेनिंग लेकर लौटा था। रात में खाना बनाने को लेकर उनके बीच विवाद हो गया। जिसके बाद महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने उसके पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें उन्होंने परिवारवालों से माफी मांगते हुए अपनी दीदी को संबोधित करते हुए लिखा कि, दीदी मेरी बेटी का ध्यान रखना…I LOVE U सबको। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
मृतका का पति है बैंक मैनेजर
जानकारी के अनुसार, जीआर महिलाने रिटायर्ड डिप्टी कलेक्टर हैं और उनका परिवार तिफरा के यदुनंदन नगर में रहता है। उनका छोटा बेटा रविकांत महिलाने मस्तूरी क्षेत्र के जयरामनगर-एरमसाही में कैनरा बैंक में मैनेजर है। उसकी शादी जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ में रहने वाले टीचर राजकुमार जांगड़े की बेटी युक्तिरानी से साल 2019 में हुई थी। शादी के बाद परिवार सहित रविकांत यदुनंदन नगर में रहता था। पिछले करीब 7 माह से रवि और उसकी पत्नी मोपका स्थित स्वर्ण रेसीडेंसी में रहने लगा था। उनकी 15 माह की बेटी भी है।
रविकांत ने पुलिस को बताया कि रात में वह अपनी बेटी को खिला रहा था और टीवी देख रहा था। रात करीब 10 बजे तक युक्तिरानी खाना नहीं बनाई थी। वह खाना बनाने के लिए किचन में गई थी। इस दौरान वह टीवी की आवाज तेज कर बच्ची को खिला रहा था। करीब आधे घंटे बाद वह किचन में गया, तब युक्तिरानी वहां नहीं थी।
वहीं, बाजू के बेडरूम का दरवाजा अंदर से बंद था। उसने काफी आवाज लगाया लेकिन, अंदर से कोई आहट सुनाई नहीं दी। तब वह खिड़की से झांक कर देखा तो युक्तिरानी दुपट्टे से फंदे पर झूल रही थी। इसके बाद उसने अपने पापा और ससुर सहित अन्य लोगों को घटना की जानकारी दी।
मायकेवालों ने पति को पीटा
एएसआई देवेंद्र तिवारी ने बताया कि पुलिस को देर रात महिला के फांसी (Suicide Note) लगाने की जानकारी मिली थी, तब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी। इस दौरान रविकांत ने उसे फांसी के फंदे से नीचे उतार दिया था। पुलिस पहुंची, तब मायकेवाले भी पहुंच गए थे। इस दौरान मायकेवालों ने आरोप लगाते हुए रविकांत की जमकर पिटाई भी की। हालांकि, पुलिस ने बीच-बचाव कर उन्हें शांत कराया। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि रविकांत बैंक की ट्रेनिंग के लिए दस दिन से भोपाल में था। सोमवार दोपहर वह घर लौटा था। इस दौरान वह बेटी का वैक्सीनेशन कराने भी गया था। वैक्सीनेशन के कारण ही उनकी बेटी रो रही थी तो वह उसे देख रहा था।