State Election Commissioner : सेवानिवृत्ति के तुरंत बाद इस अफसर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी, मिली नई ताकतवर कुर्सी

State Election Commissioner : सेवानिवृत्ति के तुरंत बाद इस अफसर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी, मिली नई ताकतवर कुर्सी

Jharkhand News : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य सरकार के वरिष्ठ IAS अधिकारी (सेवानिवृत्त) अलका तिवारी को राज्य का नया राज्य निर्वाचन आयुक्त (State Election Commissioner) नियुक्त कर दिया है। इस संबंध में आधिकारिक अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। बीते शाम वह मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुई थीं।

रह चुकी हैं मुख्य सचिव

अलका तिवारी 1988 बैच की एक बेहद अनुभवी और वरिष्ठ IAS अधिकारी हैं, जो बुधवार, 30 सितंबर को ही राज्य की मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुई थीं। उनकी नियुक्ति को राज्य प्रशासन में एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में देखा जा रहा है और अब वह राज्य निर्वाचन आयुक्त (State Election Commissioner) के रूप में नई जिम्मेदारी संभालेंगी।

फ़ेयरवेल में ही हुई घोषणा

सबसे खास बात यह है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अलका तिवारी की सेवानिवृत्ति के दिन ही, उनके सम्मान में आयोजित विदाई समारोह में, उन्हें राज्य निर्वाचन आयुक्त (State Election Commissioner) बनाने की घोषणा कर दी थी। मुख्यमंत्री के इस कदम से यह साफ हो गया था कि राज्य सरकार उनके प्रशासनिक अनुभव का आगे भी उपयोग करना चाहती है।

कार्यकाल और शर्तें

अलका तिवारी का कार्यकाल चार साल का होगा, जिसकी शुरुआत उनके पदभार ग्रहण करने की तारीख से होगी। हालांकि, इस नियुक्ति के साथ एक महत्वपूर्ण शर्त जुड़ी है। निर्वाचन आयुक्त (State Election Commissioner) का कार्यकाल अधिकतम चार साल या 65 साल की उम्र तक होगा, जो भी पहले पूरा हो जाए।

महत्वपूर्ण सफर

अलका तिवारी ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। विधानसभा चुनाव 2024 के दौरान, नवंबर 2024 में चुनाव आयोग से अनुमति लेने के बाद, राज्य सरकार ने उन्हें मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त किया था। इस पद पर रहते हुए उन्होंने राज्य प्रशासन को नई दिशा दी। अब राज्य निर्वाचन आयुक्त (State Election Commissioner) के रूप में उनकी जिम्मेदारी नगर निकाय और पंचायत चुनावों को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की होगी।