संपादकीय: नये उपराष्ट्रपति को लेकर अटकलों का दौर

Speculation rife over the new Vice President
Editorial: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब उनके स्थान पर चुने जाने वाले नये उपराष्ट्रपति के नाम को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। जगदीप धनखड़ का इस्तीफा राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया है। इसलिए अब नये उपराष्ट्रपति के चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। संसद के मौजूदा मानसून सत्र के दौरान नये उपराष्ट्रपति का चुनाव हो पाना मुश्किल है लेकिन मानसून सत्र के समापन के बाद नये उपराष्ट्रपति का चुनाव हो जाएगा। लोकसभा और राज्यसभा में एनडीए को पूर्ण बहुमत प्राप्त है इसलिए एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी का चुनाव जीतना लगभग सुनिश्चित है।
इस बीच अभी तक विपक्ष उपराष्ट्रपति के पद से जगदीप धनखड़ के अचानक दिये गये इस्तीफे को लेकर सरकार पर सवालिया निशान लगा रहा है। कुछ विपक्षी नेताओं ने तो दावा किया है कि जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दिया नहीं है उनसे इस्तीफा लिया गया है। एक विपक्षी पार्टी के सांसद ने तो जगदीप धनखड़ से इस्तीफा वापस लेने की भी गुहार लगाइ है जो की अब संभव नहीं है क्योंकि राष्ट्रनपति ने धनखड़ का इस्तीफा पहले ही स्वीकृत कर लिया है। जिसने आठ माह पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था और उनको उपराष्ट्रपति पद से हटाने की पूरजोर मांग की थी। यह बात अलग है कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव तकनीकी कारणों से गिर गया था।
आज वही विपक्ष जगदीप धनखड़ की शान में कसीदे पढ़ रहा है और उन्हें संसदीय कायों का बेहतरीन जानकार बताते हुए उनके इस्तीफे पर अफसोस जाहिर कर रहा है। बहरहाल अब टे्रक्टर खत्म हुआ अब तो पूरे देश की निगाहें नये उपराष्ट्रपति के चुनाव पर टिक गई है।
इस पद के लिए जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा, बिहार के राज्यपाल आरीफ मोहम्मद तथा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश के अलावा केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह सहित कई नामों की चर्चा चल रही है। नये उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों की दौड़ में राज्यसभा के मौजूदा उपसभापति हरिवंश का नाम भी शामिल है। खबरिया चैनलों पर नये उपराष्ट्रपति के रूप में नित नये नाम उछाले जा रहे हैं। किन्तु इस बार एनडीए बहुत ही सोच समझकर उपराष्ट्रपति पद के लिए नाम तय करेगा। वैसे तो एनडीए में उपराष्ट्रपति पद के लिए संभवत: नाम तय भी हो गया हो बस उस नाम पर एनडीए के घटक दलों के बीच सहमति बनानी बाकी है जैसे ही इस पर यहमति बन जाएगी नाम की घोषणा हो जाएगी और उपराष्ट्रपति पद के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।