…तो इसलिए हरियाणा में नहीं हो सका कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन, सामने आई बड़ी वजह
-हरियाणा विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है
चंढीगढ़। Congress and AAP Haryana election 2024 : हरियाणा विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। साथ ही सभी पार्टियों ने इस चुनाव को लडऩे के लिए जोरदार तैयारी भी शुरू कर दी है। इस बीच राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर चर्चा हो रही है। लेकिन कई दौर की चर्चा के बाद भी दोनों के बीच गठबंधन पर सहमति नहीं बन पाई। इस बीच आप ने सोमवार को हरियाणा विधानसभा के लिए अपने 20 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। ऐसे में साफ है कि इन दोनों पार्टियों के बीच कोई गठबंधन नहीं बनेगा।
इस बीच आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गुटनिरपेक्षता (Congress and AAP Haryana election 2024) के पीछे की सबसे बड़ी वजह सामने आई है। कहा जा रहा है कि इसके पीछे दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर मतभेद मुख्य वजह है। आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से 10 सीटों की मांग की थी। ये सीटें पंजाब और दिसली से सटे जिलों में थीं। लेकिन कांग्रेस ये सीटें देने को तैयार नहीं थी। इस बीच कांग्रेस ने 3 से 5 सीटें देने का वादा किया था। साथ ही ये सीटें बीजेपी की ताकत थीं। इसलिए कई दौर की चर्चा के बाद भी कांग्रेस और आप के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हो सका।
इतना ही नहीं हरियाणा में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा भी आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर ज्यादा उत्सुक नहीं थे। कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं ने भी आप के साथ गठबंधन का विरोध किया। आम आदमी पार्टी के स्थानीय नेता भी इस गठबंधन के खिलाफ थे। इसके अलावा कांग्रेस को यकीन है कि हरियाणा में अकेले लडऩे पर कोई नुकसान नहीं होगा।
वहीं आम आदमी पार्टी पहले ही 90 सीटों पर चुनाव लडऩे की तैयारी कर चुकी है। साथ ही 20 उम्मीदवारों की भी घोषणा की गई है। इस बीच हरियाणा विधानसभा की सभी 90 सीटों के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होगा। वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी।