SIR Voter List Revision : घर के पते पर नहीं मिल रहे मतदाता, बीएलओ परेशान
SIR Voter List Revision
छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR Voter List Revision) की प्रक्रिया जोरशोर से जारी है, लेकिन बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLO) के सामने बड़ी परेशानी आ रही है। बीएलओ घर–घर पहुंचकर सत्यापन कर रहे हैं, पर कई मतदाता पते पर नहीं मिल रहे (BLO Verification Issue)। किसी ने घर छोड़ दिया है, कुछ लोग शहर बदल चुके हैं, कई की मृत्यु हो चुकी है और कुछ विदेश जा चुके हैं। कई जगह तो पते पर घर की जगह खाली प्लॉट मिले हैं। प्रदेश में अब तक 20 हजार से अधिक ऐसे मतदाता मिले हैं जो उपलब्ध पते पर नहीं पाए गए।
बीएलओ को इस काम के लिए 2003 की मतदाता सूची उपलब्ध कराई गई है, जिस आधार पर वे घर–घर जा रहे हैं। निर्वाचन अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि बीएलओ को तीन बार घर जाना अनिवार्य है, और चौथी बार पते पर नोटिस चस्पा (Voter List Irregularities) किया जाएगा। मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित होने के बाद नौ दिसंबर से दावा–आपत्ति अवधि शुरू होगी, जो आठ जनवरी 2026 तक चलेगी। इस दौरान ऐसे मतदाता अपना नया पता, क्षेत्र परिवर्तन या अन्य तथ्य स्वयं अपडेट करा सकेंगे। अंतिम मतदाता सूची सात फरवरी को प्रकाशित होगी।
इनसे ले सकते हैं मदद
चुनाव आयोग ने नई सुविधा “बुक ए कॉल विद बीएलओ” (Chhattisgarh Election Update) शुरू की है। कोई भी अपने STD कोड के साथ 1950 पर कॉल कर सीधे अपने बीएलओ से बात कर सकता है। इससे गड़बड़ियों, गलत पते, डुप्लिकेट नाम व संशय दूर करने में बड़ी मदद मिलेगी।
भाजपा का ज्ञापन, अनियमितताओं पर आपत्ति
भाजपा के प्रदेश प्रभारी जामयांग त्सेरिंग नामग्याल के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने राज्य मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। भाजपा ने आरोप लगाया कि कई बूथ लेवल एजेंटों को अब तक परिचय पत्र नहीं दिया गया। बीएलओ द्वारा घर–घर सत्यापन भी तय मापदंडों के मुताबिक नहीं किया जा रहा। पार्टी ने आशंका जताई कि इससे वास्तविक मतदाता सूची में शामिल नहीं हो पाएंगे। बस्तर–सुकमा जैसे वनांचल क्षेत्रों में मतदाताओं तक सर्विस पहुंचाने की चुनौती पर भी चिंता जताई गई।
कांग्रेस ने 90 विधानसभा क्षेत्रों में प्रभारी नियुक्त किए
एसआईआर की निगरानी के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 90 विधानसभा सीटों पर प्रभारी तैनात किए हैं। विधायक, पूर्व विधायक और पदाधिकारी अपने क्षेत्र में जिला–शहर कांग्रेस, ब्लॉक अध्यक्षों और एसआईआर समिति से तालमेल कर पूरी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग करेंगे।
