Silver Return : 7,900 रुपये प्रति किलो से चांदी का 2.16 लाख रुपये तक पहुंची, निवेशकों को 2600 प्रतिशत का रिटर्न
Silver Return
वर्ष 2000 में देश में चांदी की कीमतें (Silver Return) लगभग 7,900 रुपये प्रति किलो थीं और आज यह सफेद धातु 2.16 लाख रुपये प्रति किलो के आसपास ट्रेड कर रही है। बीते 26 वर्षों में चांदी ने निवेशकों को करीब 2600 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दिया है। यह आंकड़ा बताता है कि जो धातु अक्सर सोने की तुलना में पीछे मानी जाती रही, वही अब लंबी अवधि में संपत्ति निर्माण का मजबूत जरिया बनकर उभरी है।
यदि किसी निवेशक ने वर्ष 2000 में चांदी में केवल 1,000 रुपये का निवेश किया होता, तो आज उसकी कीमत बढ़कर करीब 26,455 रुपये हो चुकी होती। पिछले कुछ वर्षों में चांदी की कीमतों में लगातार आई तेजी ने निवेशकों को उल्लेखनीय लाभ दिलाया है।
साल 2025 में चांदी (Silver Return)ने रिकॉर्ड स्तर को छू लिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर चांदी पहली बार 70 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर गई। मंगलवार को यह इंट्रा-डे कारोबार में 70.0055 डॉलर प्रति औंस के उच्च स्तर पर पहुंच गई। इस तेजी के पीछे वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और डॉलर में कमजोरी जैसे कारण बताए जा रहे हैं।
भारत में भी चांदी (Silver Return) की कीमतों ने नई ऊंचाई दर्ज की। शुरुआती कारोबार के दौरान एमसीएक्स पर सिल्वर 1.7 प्रतिशत की तेजी के साथ रिकॉर्ड 2,16,596 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया। खास बात यह है कि वर्ष 2025 में चांदी ने सोने से बेहतर प्रदर्शन किया है। इस साल अब तक चांदी की कीमतों में करीब 140 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि इसी अवधि में हाजिर बाजार में सोने की कीमतों में लगभग 76 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है।
