Siddhant Chaturvedi struggle story : जिसे कहा गया ‘कौन है तू भाई?…उसी ने गली बॉय बनकर जीता दिल – सिद्धांत चतुर्वेदी की रियल स्ट्रगल स्टोरी…

मुंबई, 27 मई| Siddhant Chaturvedi struggle story : बॉलीवुड में चमक-धमक के पीछे छिपी होती है कई सितारों की स्याही से भरी शुरुआत। ऐसा ही कुछ हुआ सिद्धांत चतुर्वेदी के साथ – जिनकी कहानी, सिर्फ एक्टर बनने की नहीं, बल्कि ‘खुद को खोजने और साबित करने’ की है।
आज जब वो तृप्ति डिमरी के साथ अपनी नई फिल्म ‘धड़क 2’ को लेकर चर्चा में हैं, तो यह जानना दिलचस्प है कि एक वक्त ऐसा भी था जब उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था।
“मुंडवा लिया सिर, क्योंकि आईने में बस किरदार दिखता था”
महज 21-22 साल की उम्र में एक फ्लॉप फिल्म ने सिद्धांत को इतना तोड़ दिया कि उन्होंने अपना सिर मुंडवा लिया। एक पुराने इंटरव्यू में उन्होंने कहा – “जब भी मैं शीशे में देखता, मुझे वही किरदार दिखता (Siddhant Chaturvedi struggle story)था… इसलिए बाल मुंडवा लिए।”
यह कदम उनके लिए आत्मिक रीलॉन्च जैसा था। उसी जुनून के साथ वह लौटे और ‘गली बॉय’ में MC Sher बनकर धमाका कर दिया।
‘ब्रह्मास्त्र’ ठुकराने की कीमत – ब्लैकलिस्टिंग!
कम ही लोग जानते हैं कि उन्हें ब्रह्मास्त्र का ऑफर मिला था, लेकिन स्क्रिप्ट न मिलने और सवाल पूछने के चलते वह रोल ठुकरा बैठे। इस फैसले ने कास्टिंग सर्किट में उन्हें ‘नखरेबाज’ का टैग दे दिया। सिद्धांत ने खुद कहा –
“बदनाम हो गया था मैं… लोग कहते थे – ‘है कौन भाई तू?’”
न हार मानी, न खुद को बदला
सिद्धांत ने गहराइयां, फोन भूत, खो गए हम कहां और युद्ध जैसी फिल्मों से धीरे-धीरे अपनी पहचान मजबूत की। अब 2025 में ‘धड़क 2’ के जरिए एक बार फिर वो बड़े पर्दे पर खुद को साबित करने को तैयार (Siddhant Chaturvedi struggle story)हैं।
सिद्धांत की कहानी क्यों खास है?
क्योंकि यह उस युवा की कहानी है, जिसने एक्टिंग के बारे में कभी सोचा तक नहीं था, पर जब किस्मत ने मौका दिया तो उसने खुद को पूरी तरह बदल दिया। न स्टारकिड थे, न गॉडफादर — सिर्फ जुनून था, और अपने काम से कुछ कर दिखाने की भूख।