अबूझमाड़ के महाराष्ट्र सीमा पर खुला सुरक्षा एवं जन सुविधा कैंप पदमकोट, 1 साल के भीतर खुला ग्यारहवां कैंप, नक्सल विरोधी अभियान में आयेगी तेजी

Padamkot camp
-नारायणपुर कुतुल लहरी मार्ग पर 55किमी तक पहुंची सड़क, कैंप और विकास, महाराष्ट् सीमा अब बस 4 किलोमीटर दूर
-सड़क के माध्यम से अबूझमाड़ के दूसरे छोर पर पहुंचेगी विकास की योजनाएं
- प्रस्तावित राष्ट्रीय राजमार्ग 130-डी के छत्तीसगढ़ साइड के बार्डर तक लगा कैंप, निर्माण में आयेगी तेजी
- -पदमकोट, नेलांगुर, उसेबेड़ा और कस्तूरमेटा गांव के साथ ही महाराष्ट्र के कुंआकोडीऔर परमिलभट्टी गांव के आदिवासी ग्रामीणों ने भी किया कैम्प का स्वागत
- ग्रामीणों में तेजी से घट रहा नक्सलियों का भय, विकास और पुलिस पर तेजी से बढ़ रहा है भरोसा
- नारायणपुर पुलिस, डीआरजी, बस्तर फाइटर और आईटीबीपी 41 वाहिनी ने लगाया पदमकोट जन सुविधा कैंप
नारायणपुर/ नवप्रदेश। Padamkot camp: वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नारायणपुर पुलिस द्वारा थाना कोहकामेटा के ग्राम पदमकोट क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियानों एवं कुतुल-बेडमाकोटी व पदमकोट-नेलांगुर-कुआंकोडी (महाराष्ट्र) मार्ग तक सड़क निर्माण कार्य में सुरक्षा प्रदान करने एवं विकास कार्यो में तेजी लाने के उद्देश्य से दिनांक 28.03.2025 को नारायणपुर पुलिस डीआरजी, बस्तर फाईटर एवं आईटीबीपी 41वीं, 29वीं, 45वीं, 38वीं वाहिनी के द्वारा घोर नक्सल प्रभावित माड़ क्षेत्र माओवादियों के आश्रय स्थल ग्राम ”पदमकोट” में नवीन कैम्प स्थापित किया गया है। इस महिने का 02 एवं विगत एक साल में 11वां नवीन कैम्प पदमकोट में खोला गया।
ग्राम पदमकोट में नवीन कैम्प स्थापित होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी उत्साह एवं सुरक्षा का माहौल बना हुआ है। ग्राम पदमकोट ओरछा ब्लाक, कोहकामेटा तहसील व थाना कोहकामेटा (Padamkot camp) क्षेत्रान्तर्गत स्थित है। नवीन कैम्प पदमकोट कैम्प बेडमाकोटी से 05 कि.मी. पश्चिम दिशा तथा थाना कोहकामेटा से 26 कि.मी. दक्षिण दिशा में स्थित है। कैम्प ओपनिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक नारायणपुर श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) ने अन्य अधिकारियों के साथ ग्राम नेलांगूर, पदमकोट व आसपास गांव से आये ग्रामीणों से मुलाकात उनके समस्याओं को सुना गया।
ग्रामीणों द्वारा मुख्य रूप से बिजली, नल-जल, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोड इत्यादि मूलभूत सुविधाओं के साथ पुलिस कैम्प की मांग किया गया जिसे जल्द पूर्ण कराये जाने साथ ही ”नियद नेल्लानार’ के अंतर्गत ”जन समस्या निवारण शिविर का लगाये जाने का आश्वासन दिया गया। विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को गांव तक पहुंचाने की बात भी बताया गया। जिला मुख्यालय नारायणपुर से पदमकोट (Padamkot camp) तक जल्द ही बस सुविधा प्रारंभ की जायेगी। नारायणपुर माड़ में नक्सली गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए नवीन पुलिस कैम्पों की स्थापना की जा रही है। क्षेत्र में नक्सल गतिविधि चुनौती से निपटने के लिए शासन के मंशानुसार क्षेत्र में लगातार सघन नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने लिए नये पुलिस कैम्पों की स्थापना, सुरक्षा बलो की तैनाती और स्थानीय संवाद में सुधार शामिल किया गया है।
पदमकोट में नवीन कैम्प स्थापित होने से आसपास क्षेत्र में सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा, मोबाईल नेटवर्क कनेक्टिविटी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का तेजी से विस्तार होगा। महाराष्ट्र बार्डर अब पदमकोट से ज्यादा दूर नहीं है। अब क्षेत्र में सुरक्षा के निगरानी में सड़क निर्माण सहित अन्य सुविधाओं को आम जनता तक पहुंचाये जाने में सहयोग प्रदान किया जायेगा। माड़ से गुजरने वाली नेशनल हाईवे 130-डी कोण्डागांव-नारायणपुर-कुतुल-बेडमाकोटी-पदमकोट-महाराष्ट्र को जोडऩे वाली महत्वपूर्ण सड़क निर्माण कार्य में सुरक्षा बलों की लगातार मदद मिलेगी जिससे जल्द ही रोड़ निर्माण कार्य पूर्ण होगी और क्षेत्र में आवागमन बढ़ेगी।
सुरक्षा बलों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी पहुंच और निगरानी, स्थानीय लोगों को नक्सल हिंसा से निजाद दिलाने में मदद मिलेगी। यह कदम नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए कारगर रहेगा। नवीन सुरक्षा कैम्पों की स्थापना होने से नक्सल उन्मुलन में तेजी आई है। सुन्दराज पी. (भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर, कमलोचन कश्यप (भा.पु.से.) पुलिस उप महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज दंतेवाड़ा, राणा युद्धवीर सिंह डीआईजी आईटीबीपी के नेतृत्व एवं निर्देशन में नवीन कैम्प स्थापना में नारायणपुर डीआरजी, बस्तर फॉईटर एवं आईटीबीपी 41वीं, 29वीं, 45वीं, 38वीं वाहिनी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।