SECL Bouncer Assault Case : नौकरी मांगने पहुंचे भू-विस्थापित की महिला बाउंसरों से कराई पिटाई, कपड़े तक फाड़े

SECL Bouncer Assault Case
SECL Bouncer Assault Case : छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एसईसीएल (SECL Bouncer Assault Case) की नीलकंठ कंपनी पर भू-विस्थापितों के साथ गुंडागर्दी करने का आरोप लगा है। नौकरी की मांग को लेकर कंपनी कार्यालय पहुंचे चंद्रनगर के किसान समीर पटेल की महिला बाउंसरों से पिटाई की गई, जिसका वीडियो अब इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में दो पुरुष और दो महिला बाउंसर उसे जमीन पर गिराकर मारते और कपड़े फाड़ते नजर आ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, समीर पटेल पिछले एक साल से नौकरी की मांग कर रहे थे, लेकिन कंपनी लगातार टालमटोल कर रही थी। जब वह शुक्रवार को नीलकंठ कंपनी कार्यालय (SECL Bouncer Assault Case) पहुंचा, तो एचआर अधिकारी मुकेश सिंह ने दो महिला बाउंसरों को बुलाकर उसकी पिटाई करवाई। वहां मौजूद दो पुरुष बाउंसरों ने भी उसके साथ अभद्रता की। महिला बाउंसरों की टी-शर्ट पर “इंडियन आर्मी” लिखा हुआ था, जिससे यह वीडियो और भी ज्यादा वायरल हो गया।
यह पहली बार नहीं है जब महिला बाउंसरों की गुंडागर्दी (SECL Bouncer Assault Case) का मामला सामने आया हो। इससे पहले भी कुसमुंडा क्षेत्र की कई महिला भू-विस्थापितों के साथ ऐसे व्यवहार के वीडियो वायरल हो चुके हैं। भू-विस्थापितों का कहना है कि ठेका कंपनियां कानून और प्रशासन की बजाय निजी बाउंसरों पर भरोसा कर रही हैं, जिससे विवाद बढ़ रहे हैं।
भू-विस्थापितों में बढ़ा आक्रोश
स्थानीय लोगों का आरोप है कि एसईसीएल प्रबंधन की निगरानी में काम करने वाली ठेका कंपनियां मुआवजा, नौकरी और पुनर्वास के मुद्दों को सुलझाने की बजाय दमनकारी रवैया अपनाए हुए हैं। प्रभावितों ने कहा कि अब तो परियोजना क्षेत्र में बाउंसरों की तैनाती ऐसे की जा रही है मानो यह कोई “इवेंट” स्थल हो। आक्रोशित लोगों ने कहा कि एसईसीएल प्रबंधन तुरंत नीलकंठ कंपनी पर कार्रवाई करे और मुआवजा, रोजगार व बसाहट से जुड़ी समस्याओं का स्थायी समाधान निकाले।