School Magazine Purchase Case : किलोल पत्रिका खरीदी मामले में जांच और पूछताछ होगी
0 मानसून सत्र में बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने उठाया था मामला
0 विधानसभा कमेटी के पास है मामला, स्कूल शिक्षा मंत्री ने माना चूक
रायपुर/नवप्रदेश। School Magazine Purchase Case : विधानसभा के आखिरी सत्र में स्कूलों के लिए किलोल बाल पत्रिका खरीदी पर काफी बवाल मचा था। स्कूलों की लाइब्रेरी के लिए पुस्तकों में से एक किलोल और बाल पत्रिका की खरीदी प्रक्रिया में अनियमितता के आरोप लगे थे। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने आरोप लगाया था कि निजी लोगों पर भी दबाव डालकर किलोल पत्रिका खरीदने के लिए मजबूर किया गया है।
विधानसभा अध्यक्ष speaker of the assembly ने विभाग से School Magazine Purchase Case : पत्रिका ख़रीदी की पूरी जानकारी हफ़्ते भर में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। वहीँ पूरे मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे ने माना है कि अकेले किलोल पत्रिका की खरीदी के लिए आजीवन सदस्यता लेने का DPI का आदेश त्रुटिपूर्ण था।
किलोल के प्रकाशन से लेकर खरीदी प्रक्रिया में स्कूल शिक्षा सचिव school education secretary डॉ. आलोक शुक्ला की सीधी भूमिका रही है। चर्चा है कि इस अनियमितता पर वो ही घेरे में आ सकते हैं. डॉ. शुक्ला को मई में ही एक साल की संविदा नियुक्ति दी गई थी।
विधानसभा के आखिरी सत्र में पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने प्रश्नकाल question hour में आरोप लगाया था कि निजी लोगों पर भी दबाव डालकर किलोल पत्रिका खरीदने के लिए मजबूर किया गया है। सरकार ने किलोल बाल पत्रिका की खरीदी मामले की सारी जानकारी विधानसभा को भेज दी है।
बताया गया है कि पत्रिका खरीदी के लिए आजीवन सदस्य बनाए जाने के आदेश को नियम विरुद्ध माना गया है। पुस्तकों की खरीदी के लिए समग्र शिक्षा प्रबंध संचालक ने आदेश जारी किए थे। बताया गया है कि न सिर्फ किलोल बल्कि अन्य पुस्तकों की खरीदी की गई है।
पुस्तकों की खरीदी के लिए शिक्षकों की कमेटी बनायी गई थी। कमेटी की अनुशंसा पर पुस्तकों की खरीदी की गई है। खबर है कि स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉक्टर आलोक शुक्ला भी घेरे में आ सकते हैं। कहा जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत प्रकरण को आगे की जांच के लिए विधानसभा की कमेटी को भेजने वाले हैं।