School Adoption Campaign : सरकारी स्कूलों को गोद लेने की पहल, मुख्यमंत्री साय ने शुरू किया शिक्षा गुणवत्ता अभियान
School Adoption Campaign
सीजी भास्कर, 19 दिसंबर। सरकारी स्कूली शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने और यहां पढ़ रहे बच्चों के भविष्य को संवारने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (School Adoption Campaign) ने एक अहम कदम उठाया है। राज्य सरकार ने ‘मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान’ की शुरुआत की है,
जिसे व्यापक जनभागीदारी के साथ एक सामाजिक आंदोलन का रूप देने की तैयारी है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर अपील की है कि वे व्यक्तिगत स्तर पर सरकारी स्कूलों को गोद लें ।
मुख्यमंत्री का मानना है कि स्कूलों की वास्तविक स्थिति और शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए सीधे भागीदारी जरूरी है। उन्होंने सुझाव दिया है कि जनप्रतिनिधि और अधिकारी गोद लिए हुए स्कूलों का वर्ष में कम से कम दो बार निरीक्षण करें, जिससे शिक्षकों और छात्रों का मनोबल बढ़ेगा और समस्याओं का समाधान भी तेज गति से हो सकेगा।
विशेष बात यह है कि इस मुहिम में केवल सरकारी मशीनरी नहीं, बल्कि समाज का प्रबुद्ध वर्ग भी शामिल किया गया है (School Adoption Campaign)। मुख्यमंत्री साय ने सेवानिवृत्त शिक्षा विशेषज्ञों, विश्वविद्यालयों के प्राध्यापकों, शिक्षाविदों और विषय विशेषज्ञों से आग्रह किया है कि वे सरकारी स्कूलों से जुड़कर अपने अनुभव साझा करें, ताकि शिक्षण व्यवस्था अधिक आधुनिक, प्रभावी और परिणाममूलक बन सके।
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि सरकारी प्रयासों का सकारात्मक असर अब तेजी से दिखाई देने लगा है, लेकिन शिक्षा सुधार (School Adoption Campaign) की इस प्रक्रिया को और बेहतर बनाने के लिए सामूहिक योगदान की आवश्यकता है। उन्होंने इसे बच्चों के भविष्य और राज्य के दीर्घकालिक विकास से जुड़ा महत्वपूर्ण कदम बताया।
इस अभियान से न केवल स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता, विषयों में रुचि और करियर की दिशा भी मजबूत होगी। राज्य सरकार को विश्वास है कि समाज और सरकार की संयुक्त भागीदारी से यह पहल छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था को नए स्तर तक पहुंचाएगी ।
