संपादकीय: कारगिल के शहीदों को देश का सलाम

संपादकीय: कारगिल के शहीदों को देश का सलाम

Nation salutes the martyrs of Kargil

salutes the martyrs of Kargil

Salutes the martyrs of Kargil: कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती पर पूरे देश ने कारगिल के शहीदों को सलाम किया। कश्मीर से कन्या कुमारी तक जय घोष की गूंज हुई और जंग के जांबाजों को सभी ने नमन किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्रास पहुंचे और वहां उन्होंने कारगिल युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

प्रधानमंत्री ने वहां शिंकू ला सुरंग का शिलान्यास भी किया। यह विश्व की सबसे ऊंची टनल है। जो 5800 फीट ऊंचाई पर स्थित है। इस टनल के बन जाने के बाद अब कारगिल में सेना को रसद और हथियार पहुंचाना आसान हो जाएगा।

रणनीतिक दृष्टि से यह टनल गेम चेन्जर सिद्ध होगी और अब भविष्य में पाकिस्तान कारगिल की ओर नजर उठाने की भी हिम्मत नहीं करेगा। वैसे भी आज से 25 साल पहले कारगिल में भारतीय सेना से पाकिस्तान को धूल चटाकर उसे सबक सिखाया था।

दुनिया में सबसे ऊंचाई पर लड़ी गई सबसे मुश्किल कारगिल जंग में भारतीय सेना के 547 जवान शहीद हुए थे और 1600 जवान घायल हुए थे। लेकिन उन्होंने अदम्य साहस का परिचय दिया था और कारगिल की पहाडिय़ों से दुश्मनों को खदेड़ दिया था।

इस जंग में कई पाकिस्तानी रेंजर भी मारे गए थे। जिनका शव लेने से पाकिस्तान ने इंकार कर दिया था। उस समय पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ़ ने भारत की पीठ पर छुरा घोंपते हुए यह साजिश रची थी। जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया था।

कारगिल में ऑपरेशान विजय की सफलता के बाद पाकिस्तान घबरा गया था और भारतीय सेना का रौद्र रूप देखकर पाकिस्तान को यह डर सताने लगा था कि कहीं भारतीय सेना पाकिस्तान पर हमला न कर दें। कारगिल विजय भारतीय सेना की ऐसी शौैर्यगाथा है जो युगों युगों तक याद की जाएगी।

कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा है कि भारत शांति का पक्षधर रहा है लेकिन अगर दुश्मन देश भारत पर बुरी नजर डालेगा तो उसे इसका मुंहतोड़ जवाब देने से भारत पीछे नहीं हटेगा।

हम आतंक को कुचलकर रख देंगे। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लेकर उसे चेतावनी दी है कि यदि उसने अपने नापाक इरादों से तौबा नहीं की तो उसे इसका दुष्परिणाम भुगतना पड़ेगा।

पीएम मोदी की इस चेतावनी को पाकिस्तान कितनी गंभीरता से लेगा यह तो आने वाला वक्त ही बेहतर बताएगा। पाकिस्तान जो इस समय दिवालिएपन की कगार पर पहुंच चुका है। वह अभी भी जम्मू कश्मीर में आतंकवाद की आग को हवा देने से बाज नहीं आ रहा है।

पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल और एयर स्ट्राइक की जा चुकी है। इसके बावजूद वह सुधरने के लिए तैयार नहीं है। भारत अब उसे उसकी ही भाषा में करारा जवाब देगा। तभी शायद उसकी अक्ल ठिकाने आएगी।

पाकिस्तान को यह नहीं भूलना चाहिए की आज की तारीख में भारत की ताकत कितनी बढ़ चुकी है की वह पाकिस्तान को जब चाहे नेस्तनाबूद कर सकता है। भारत की सीमाएं अब पहले की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षित और मजबूत हो चुकी है।

रक्षा के क्षेत्र में भी भारत में बड़े बदलाव हुए हैं और आज भारत हथियारों काा निर्यातक भी बन चुका है। रक्षा के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बनने जा रहा है। ऐसी स्थिति में यदि कंगाल पाकिस्तान ने फिर कभी कारगिल दोहराने का दु:साहस किया तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।

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