अस्पताल पहुंचे एसडीएम, मचा हड़कंप
नवप्रदेश संवाददाता
सक्ती। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व युगल किषोर उर्वषा के द्वारा 9 मई को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सक्ती का औचित्य निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के लिये जैसे ही अनुविभागीय अधिकारी अस्पताल पहुंचे अस्पताल स्टाफ में हड़कम्प मच गई और आनन फ ानन में अस्पताल की व्यवस्था सुधारने में लग गये। संबंधित सभी स्टाफ लोगों को सूचनार्थ करने में एक दूसरे लग गये। युगल किशोर द्वारा निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रत्येक कमरों में जाकर गम्भीरता से जांच पड़ताल की वही षिषु वार्ड, इमरजेंसी वार्ड, बच्चों के कुपोषण वार्ड और कुपोशण बच्चों के लिये बन रहे भोजन तथा जैनरिक दवा केन्द्र तथा षासकीय दवा स्टाक रूम पहुंचकर निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान श्री उर्वषा के द्वारा मरीजों से चर्चा कर उनके हालचाल जाने और किसी भी प्रकार के परेषानी हो तो अवगत कराने की बात उनके द्वारा कहा गया। वहीं डिलवरी वार्ड में पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की और उन्हें गर्भ अवस्था में तथा डिलवरी के बाद मिलने वाले सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान जगह जगह पर गंदगी पसरी हुई थी जिस पर उनके द्वारा तत्काल साफ सफाई व्यवस्था करने के निर्देश बी.एम.ओ. को दी।
उन्होने कहा कि इमरजेंसी वार्ड में हर प्रकार की सुविधा होनी चाहिये और किसी प्रकार की सुविधा न हो तो मुझे अवगत करायें ताकि मैं षासन प्रषासन को इस बात से अवगत करा सकूं। आये हुये मरीजों से या उनके परिजन मौके पर न पहुंचे और उन्हें किसी प्रकार की सुविधा न मिल पा रही हो तो तत्काल मुझे अवगत करायें । पूरे हास्पिटल का निरीक्षण के दौरान बी.एम.ओ. को षक्त निर्देष देते हुये कहा कि मरीजों के बैड पर साफ सुथरी चद्दरे बिछी होनी चाहिये और मरीजों को जिन वार्डो में रखा जाता है वहां की साफ सफाई व्यवस्थ चुस्त दुरूस्त होनी चाहिये और वर्तमान में मुझे गंदगी का आलम दिख रहा है वह दुबारा निरीक्षण में नही दिखना चाहिये नही तो आप लोगों के उपर कार्यवाही करने पर बाध्य रहूंगा, वही हास्पिटल में मरीजों की सुविधा के लिये लगे वाटर फिल्टर कई महीनों से बंद पडा है उसे तत्काल सुधरवाने की बात कही गई तथा हास्पिटल से लगे उद्यान के संबंध में मुख्य नगर पालिका अधिकारी सी.के. श्रीवास्तव को मौके पर बुलाकर उद्यान की व्यवस्था सुधारने के लिये निर्देष दिये गये। उन्होने उद्यान के संबंध में कहा कि दूर दराज से मरीज ईलाज हेतु आते है और उनसे बैठने के लिये उद्यान में सुचारू व्यवस्था होनी चाहिये तथा हरे भरे पेड पौधे एवं पेयजल की व्यवस्था सुचारू रूप से होनी चाहिये ताकि ईलाज के लिये आने वाले मरीजों को परेषानियों का सामना न करना पड़े। वही 2.00 बजे से ओ.पी.डी. बंद होने के कारण आये हुये गरीब तबके के मरीजों को दवाईयॉ प्राप्त नही होती जिससे उनके द्वारा कहा गया कि मरीजों को परेषानियों का सामना करना पड़ता है श्री उर्वषा के द्वारा हास्पिटल परिसर में बने जैनरिक दवा केन्द्र को 24 घंटे खुले रहने के लिये निर्देष जारी किये गये। श्री उर्वषा ने बी.एम.ओ. डॉ. अनिल चैधरी को षक्त निर्देष देते हुये कहा कि अगर कोई स्टाफ नर्स, डॉक्टर, कम्पाउंडर तथा विभाग के कर्मचारी अपने समय सीमा पर उपस्थित नही होते तो उनके उपर तत्काल कार्यवाही करते हुये मुझे अवगत करायें।
कमियां सुधारने का निर्देश दिया है
इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व युगल किशोर उर्वशा के द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा औचिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान हास्पिटल परिसर में जगह जगह गंदगी थी तथा बिस्तरों में चद्दर गद्दा की व्यवस्था सही नहीं थीं। कई कमियॉ मुझे नजर आईं, जिसे मेरे द्वारा बी.एम.ओ. डॉ. अनिल चौधरी को सुधारने के लिये निर्देश दिये गये हैं।