Rules of live-in relationship : जान लें लिव-इन रिलेशनशिप के ये ५ नियम, न जानने पर पछताना पड़ सकता है बाद में
नई दिल्ली ,नवप्रदेश: आप अगर लाइव इन रिलेशनशिप (Rules of live-in relationship) में रहते हो तो, क्या आप उसमे होने वाले नियम-कानून के बारे में जानते हैं. ज्यादारतर लाइव इन पार्टनर्स अपने परिवार वालों और अपने रिश्तेदारों से छुपकर ही लाइव में रहते हैं. क्युकी समाज कितना भी मॉडर्न बन जाये इस समाज में बुरीनजरों से देखा जाता है.
एक शादीशुदा कपल की तरह लिव-इन रिलेशनशिप (Rules of live-in relationship) में रहने वाले प्रेमी जोड़ों पर भी कुछ नियम कानून लागू होते हैं, जिनका इस्तेमाल कर वे धोखाधड़ी और समाज की मान्यताओं के विरुद्ध जाने वाली सभी मर्यादाओं से आसानी से बच सकते हैं। जानिए इन नियम कानून के बारे में
- अगर आप दोनों ‘लिव-इन रिलेशनशिप’ में एक कपल की तरह साथ रह रहे हैं, साथ खा रहे हैं या फिर साथ सो रहे हैं तो आप दोनों ही शादीशुदा माने जाएंगे। जी हां, ‘लिव-इन रिलेशनशिप’ में रहने वाले दो लोग कानून के हिसाब से शादीशुदा कंसिडर किए जाएंगे।
2 . ‘लिव-इन रिलेशनशिप’ (Rules of live-in relationship) का थर्ड रूल यह कहता है कि साथ में रह रहे कपल्स बच्चे पैदा तो कर सकते हैं, लेकिन किसी बच्चे को गोद लेने का अधिकार उनके पास नहीं हैं। यही नहीं, हिन्दू मैरिज एक्ट के तहत लिव इन रिलेशनशिप से जन्मे बच्चे को वो सभी कानूनी अधिकार मिलते हैं, जो एक शादीशुदा कपल्स के बच्चे को मिलते हैं।
3 . ‘लिव-इन रिलेशनशिप’ में रहने वाले अगर दोनों पार्टनर कमाऊ हैं तो आपसी खर्चा उनकी ‘म्यूचुअल अंडरस्टैंडिंग’ पर आधारित होगा। यही नहीं अगर आप अपने पार्टनर से किसी वजह से अलग होती हैं और कुछ दिनों के लिए गुजरा भत्ता की मांग करती हैं तो यह केवल उसी स्थिति में दिया जाएगा जब आप रिलेशनशिप में रहने की बात को साबित कर दें।
4. ‘लिव-इन रिलेशनशिप’ में अगर एक पार्टनर दूसरे पार्टनर को धोखा देता है तो यह एक दंडनीय अपराध माना जाता। पीड़ित अगर चाहे तो आईपीसी की धारा 497 के तहत मामला दर्ज कराकर उसे सजा दिला सकता है।
5. साथ में रह रहे कपल्स बच्चे पैदा तो कर सकते हैं, लेकिन किसी बच्चे को गोद लेने का अधिकार उनके पास नहीं हैं। यही नहीं, हिन्दू मैरिज एक्ट के तहत लिव इन रिलेशनशिप से जन्मे बच्चे को वो सभी कानूनी अधिकार मिलते हैं, जो एक शादीशुदा कपल्स के बच्चे को मिलते हैं।