RKM Power Plant Accident : लिफ्ट हादसे में चार मजदूरों की मौत, कलेक्टर ने मांगी 8 बिंदुओं में जांच रिपोर्ट

RKM Power Plant Accident
RKM Power Plant Accident : छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के उच्चपिंडा स्थित आरकेएम पॉवरजेन प्राइवेट लिमिटेड (RKM Power Plant Accident) में मंगलवार रात हुए दर्दनाक हादसे के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। सक्ती कलेक्टर अमृत विकास तोपनो ने घटना की दंडाधिकारी जांच के आदेश जारी करते हुए डभरा एसडीएम को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। कलेक्टर ने 8 बिंदुओं में विस्तृत जांच कर 30 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
आदेश के अनुसार, जांच में यह स्पष्ट किया जाएगा कि घटना (RKM Power Plant Accident) कब और कैसे हुई, उस समय कितने मजदूर मौजूद थे, घायल और मृतकों की संख्या कितनी रही, औद्योगिक सुरक्षा विभाग ने कब-कब निरीक्षण किया, तथा क्या यह हादसा तकनीकी कारणों या मानवीय लापरवाही से हुआ। इसके साथ ही जांच अधिकारी को यह भी पता लगाना होगा कि घटना के लिए कौन जिम्मेदार है और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।
बताया गया कि मंगलवार देर रात आरकेएम पॉवर प्लांट (RKM Power Plant Accident) में बायलर मेंटनेंस के दौरान करीब 40 मीटर ऊंचाई से लिफ्ट गिर गई। लिफ्ट में कुल 10 मजदूर सवार थे, जिनमें से चार की मौत हो गई और छह गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों की पहचान अंजनी कुमार कनोजिया (40 वर्ष), मिसरी लाल (40 वर्ष) – दोनों सोनभद्र, रविंद्र कुमार (37 वर्ष) झारखंड और बबलू गुप्ता (28 वर्ष) यूपी निवासी के रूप में हुई है।
घायल मजदूरों में विजय सिंह (32), राम सिंह (27), संजय कुमार (22), रामकेश (26), बलराम (38) और रतन सिंह (34) शामिल हैं। सभी का इलाज जिंदल अस्पताल में जारी है। घटना के बाद मृतकों के परिजन और सहकर्मी मजदूरों ने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ मुआवजे की मांग को लेकर प्लांट गेट के सामने प्रदर्शन किया। हालांकि पुलिस और प्रशासन ने समय रहते स्थिति को काबू में कर लिया।
जिंदल अस्पताल में इलाज के दौरान मृतक अंजनी कनोजिया के भाई रंजन कुमार ने कहा कि जब तक कंपनी प्रबंधन उचित मुआवजा नहीं देगा, वह अपने भाई का पोस्टमार्टम नहीं होने देगा। रंजन ने आरोप लगाया कि आरकेएम प्रबंधन (RKM Power Plant Accident) ने सुरक्षा मानकों का गंभीर उल्लंघन किया, जिसके चलते यह हादसा हुआ। देर शाम तक सभी चारों शवों का पोस्टमार्टम नहीं हो सका था। सूत्रों के मुताबिक, हादसे के बाद से कंपनी प्रबंधन ने अब तक मुआवजे को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। कलेक्टर ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।