Relief Vaccine : सक्रमण दर घटकर 0.19%, वैक्सीन की 7 बॉक्स पहुंची रायपुर…
वैक्सिनेशन से हुआ बचाव, 6 जिलों में कोरोना का नया मामला नहीं
रायपुर/नवप्रदेश। Relief Vaccine : प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर और घटकर 0.19 प्रतिशत हो गई है। विगत 11 अगस्त को प्रदेश भर में हुए 42 हजार 763 सैंपलों की जांच में केवल 83 व्यक्ति ही संक्रमित पाए गए। ये तभी संभव हुआ जब प्रदेश में लगातार वैक्सिनेशन लगाए जा रहे है। लोगों की जागरूकता और टीकाकरण से राज्य के सभी जिलों में संक्रमण की दर एक प्रतिशत से नीचे है।
इन छह जिलों में नया मामला नहीं
विभिन्न जिलों में संक्रमण की दर (Relief Vaccine) शून्य प्रतिशत से लेकर अधिकतम 0.74 प्रतिशत तक है। प्रदेश के छह जिलों बालोद, बेमेतरा, गरियाबंद, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सूरजपुर और नारायणपुर में 11 अगस्त को कोरोना संक्रमण का एक भी मामला नहीं आया है। इस दिन प्रदेश में कोरोना संक्रमित एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने और रोज कम संख्या में नए मरीज मिलने के कारण कोविड-19 के सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट आ रही है।
वैक्सीनेशन आ रही है काम
राज्य में अभी सक्रिय मरीजों (Relief Vaccine) की संख्या 1557 है। कोरोना को हराने के लिए राज्य सरकार वैक्सीनेशन के काम में भी तेजी से लगी हुई है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ सबसे अधिक वैक्सीनेशन के मामले में देश में दूसरे नंबर पर है जबकि वहीं पहला स्थान हिमाचल प्रदेश का है। छत्तीसगढ़ में जनसंख्या के अनुपात में अब तक 19.6 प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है, यानी 56,22,933 नागरिकों को कोरोना की पहली डोज लग चुकी है। छत्तीसगढ़ से आगे हिमाचल प्रदेश, गोवा और केरल ही हैं लेकिन हिमाचल और गोवा की आबादी 1 करोड़ से कम है। इस प्रकार 1 करोड़ से अधिक आबादी वाले राज्यों में टीकाकरण के मामले में छत्तीसगढ़, केरल के बाद दूसरे नंबर पर है।
कोवैक्सीन की 7 बॉक्स पहुंची रायपुर
गुरुवार को वैक्सीन की 7 बाक्स छत्तीसगढ़ (Relief Vaccine) के लिए सप्लाई की गई है। हैदराबाद से रायपुर पहुंची फ्लाइट 6 ई-938 से वैक्सीन आई है। एयरपोर्ट के अधिकारियों के मुताबिक कोवैक्सीन के सात बॉक्स रायपुर पहुंचे हैं। बता दें कि 2 दिन पहले 5 बॉक्स में 25 हजार कोवैक्सीन प्रदेश को मिली थी। इसी तरह 1 लाख डोज कोविशील्ड के प्राप्त हुए थे। इस वैक्सीन के पहुंचने के बाद ही टीकाकरण अभियान को फिर से गति मिली थी। स्टॉक की कमी व वैक्सीन खत्म होने के कारण जिलों टीकाकरण नहीं हो पा रहा था।