RBI monetary policy: ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं, सभी भारतीय वित्तीय संस्थानों को 50,000 करोड़ का ऋण: शक्तिकांत दास
-रेपो रेट चार फीसदी पर बना हुआ है
-2021-22 के लिए जीडीपी ग्रोथ 10.5 फीसदी रहने का अनुमान
नई दिल्ली। RBI monetary policy: नए वित्तीय वर्ष के लिए पहली क्रेडिट नीति की घोषणा आज (बुधवार) रिजर्व बैंक ने की। इससे पहले, एक सर्वेक्षण ने सुझाव दिया था कि कोरोना पीडि़तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नीतिगत ब्याज दरों को बनाए रखा जा सकता है।
इस बीच, 2022 में क्रेडिट नीति समिति की पहली बैठक में, आरबीआई (RBI monetary policy) गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा रेपो रेट को भी 4 फीसदी बनाए रखा गया है। दूसरी ओर रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रही।
इससे पहले फरवरी में, शक्तिकांत दास ने घोषणा की थी कि ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। कुछ विशेषज्ञों ने संभावना व्यक्त की थी कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप की पृष्ठभूमि में अनिश्चितता के बीच रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा।
जीडीपी ग्रोथ 10.5 फीसदी रहने का अनुमान है
दास ने कहा, रेपो दर 4 प्रतिशत पर बनी रहेगी और रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत पर रहेगी। जब तक वृद्धि स्थिर नहीं होगी, तब तक नीतिगत दरें व्यवस्थित रहेंगी। उन्होंने 2021-22 के लिए 10.5 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि की भी भविष्यवाणी की। उन्होंने यह भी कहा कि सभी भारतीय वित्तीय संस्थानों को 50,000 करोड़ रुपये का ऋण प्रदान किया जाएगा।