Rasuka : रासुका पर रार...CM भूपेश बोले- हर तीन माह में नोटिफिकेशन का प्रावधान |

Rasuka : रासुका पर रार…CM भूपेश बोले- हर तीन माह में नोटिफिकेशन का प्रावधान

Rasuka: Rar on Rasuka ... CM Bhupesh said - provision of notification every three months

Rasuka

बालोद/नवप्रदेश। Rasuka : छत्तीसगढ़ सरकार के रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाने के बाद विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा ने इसे धर्मांतरण से जोड़ते हुए अघोषित आपातकाल बताया है।

धर्मांतरण से जोड़कर गुमराह कर रही भाजपा

इस पर अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार (Rasuka) करते हुए इसे मूर्खता की पराकाष्ठा बता दिया है। उन्होंने कहा कि, रासुका राष्ट्रीय कानून है, राज्य का नहीं है। इसे हर तीन माह में नोटिफिकेशन करने का प्रावधान है। रमन सिंह के कार्यकाल में भी किया गया। अब इसे धर्मांतरण से जोड़कर गुमराह कर रहे हैं। 

बालोद के कल्याणपुर में कलार प्रांतीय महोत्सव में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री बघेल ने मीडिया से कहा कि, हर तीन माह में इसका रिन्यूवल होता है, उसी के तहत किया गया है। यह (भाजपाई) लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर हे हैं। इसकी जितनी निंदा की जाए, उतना कम है। उन्होंने कहा कि, अरुण साव हाईकोर्ट के वकील रहे हैं। रमन सिंह 15 साल मुख्यमंत्री रहे। सब जानते हैं। उनके कार्यकाल में भी हुआ है। यह सिर्फ छत्तीसगढ़ में नहीं हुआ है, पूरे देश में होता है।

BJP मानसिक दिवालियापन के शिकार

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, रासुका, यह राष्ट्रीय कानून है। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए है। राष्ट्र की सुरक्षा के लिए क्या राज्य सरकार कानून बनाएगी। इसमें हम किसी तरह का छेड़छाड़ नहीं कर सकते हैं। इसी से समझ जाना चाहिए। मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि, इससे स्पष्ट हो जा रहा है कि ये मानसिक दिवालियापन के शिकार हैं। इनके पास कोई मुद्दा नहीं है। लोगों को कैसे गुमराह किया जाए। सरकार के खिलाफ कैसे बीज पनपे उसका षड्यंत्र रच रहे हैं। 

इससे पहले भी सुबह बालोद रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री बघेल ने रायपुर हेलीपैड पर मीडिया से बात की थी। तब भी रासुका को लेकर कहा था कि, यह देश का कानून है। खत्म करा दें, केंद्र में उनकी सरकार है। क्यों नहीं खत्म करा देते। वे कहते हैं धर्मांतरित हो चुके आदिवासियों को अनुसूचित जनजाति का लाभ नहीं मिलना चाहिए। यहां रैली करते हैं, लेकिन केंद्र में इनकी सरकार है। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है तो लाते क्यों नहीं कानून। सिर्फ लोगों को भड़काने में लगे हैं। 

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, अभी इनको (भाजपा) फिर बत्ती पड़ी है कि जाओ छत्तीसगढ़ में कोई षड्यंत्र करो। छत्तीसगढ़ में शांति क्यों है, छत्तीसगढ़ के लोग खुशहाल क्यों हैं, छत्तीसगढ़ में अमन-चैन क्यों है, सब वर्गों में समृद्धि कैसे आ रही है यह भाजपा को बिल्कुल पच ही नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि, भाजपा कुछ भी करे बस समाज के बीच विद्वेश फैलाने का काम न करें। मैं शुरू से बोलता रहा हूं, इनके पास दो ही हथियार हैं, एक धर्मांतरण और दूसरी सांप्रदायिकता। इसके अलावा इनको कुछ नहीं आता। 

रमन सिंह ने कहा था- ‘राज्य में अघोषित आपातकाल’ 

पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि भूपेश सरकार राज्य में अघोषित आपातकाल लागू (Rasuka) कर लोकतांत्रिक आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है। रासुका के बहाने आपातकाल जैसी अलोकतांत्रिक काम करने में लगे हुए हैं। सीएम भूपेश से कुर्सी नहीं संभल रही है तो, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए, न कि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को अधिसूचित करना चाहिए। वह प्रदेश में एक धर्म विशेष को फायदा पहुंचाने में लगे हुए हैं।

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