राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए सरकार और सेना को दी बधाई

Rashtriya Swayamsevak Sangh
-आतंकवादियों के खिलाफ की गई निर्णायक कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के लिए बधाई
नई दिल्ली। Rashtriya Swayamsevak Sangh: पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में भारत द्वारा 9 स्थानों पर किए गए हमलों का बदला लेने के लिए भारत ने गुरुवार रात 8:15 बजे जम्मू शहर और अन्य स्थानों पर हमला करने की पाकिस्तान की योजना को विफल कर दिया। भारत ने आठ पाकिस्तानी मिसाइलों और लगभग 50 ड्रोनों को मार गिराया। फिर ऐसी खबरें आईं कि भारत ने आधी रात को कई पाकिस्तानी शहरों पर हमला किया। इसके बाद दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने एक बयान जारी कर मोदी सरकार और भारतीय सेना को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए बधाई दी है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत (Rashtriya Swayamsevak Sangh) और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ पर संघ का पक्ष रखा। पहलगाम में हुई कायराना आतंकवादी घटना के बाद पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों और उनके समर्थकों के विरुद्ध निर्णायक कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भारत सरकार के नेतृत्व और सशस्त्र बलों को हार्दिक बधाई। हिंदू पर्यटकों की नृशंस हत्या के पीडि़त परिवारों और पूरे देश को न्याय दिलाने के लिए की गई इस कार्रवाई से पूरे देश का स्वाभिमान और साहस बढ़ा है।
हमारा मानना है कि पाकिस्तान में आतंकवादियों और उनके बुनियादी ढांचे के खिलाफ की जा रही सैन्य कार्रवाई देश की सुरक्षा के लिए एक आवश्यक और अपरिहार्य कदम है। राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में पूरा देश तन-मन-धन से समर्पित होकर सरकार और सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है। संघ के बयान में कहा गया है, “हम भारतीय सीमा पर धार्मिक स्थलों और नागरिक बस्तियों पर पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए हमलों की निंदा करते हैं और इन हमलों के पीडि़तों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं।
इस बीच, इस चुनौतीपूर्ण समय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सभी देशवासियों से अपील करता है कि वे सरकार और प्रशासन द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पूरी तरह पालन करें। इसके साथ ही, इस अवसर पर हमें अपना नागरिक कर्तव्य निभाते हुए यह सुनिश्चित करना होगा कि सामाजिक एकता व सद्भाव को बिगाडऩे की राष्ट्र विरोधी ताकतों की कोई भी साजिश सफल न हो। सभी देशवासियों से अनुरोध है कि वे देशभक्ति के आदर्श को स्थापित करें तथा आवश्यकतानुसार सैन्य एवं नागरिक प्रशासन को हर संभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर रहें। राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए सभी प्रयास मजबूत किए जाने चाहिए।