रान्या राव: पहले सोने की तस्करी, अब जमीन गिफ्ट… रान्या राव के राजनीतिक संबंधों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा

रान्या राव: पहले सोने की तस्करी, अब जमीन गिफ्ट… रान्या राव के राजनीतिक संबंधों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा

Ranya Rao: First gold smuggling, now land gift… Shocking revelation about Ranya Rao's political connections

Ranya Rao

अभिनेत्री रान्या राव को लेकर नए चौंकाने वाले खुलासे

बैंगलुरू। Ranya Rao: सोना तस्करी मामले में गिरफ्तार अभिनेत्री रान्या राव को लेकर नए चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जांच से पता चला है कि इस अभिनेत्री के कर्नाटक की राजनीति में अच्छे संबंध थे। कर्नाटक सरकार ने रान्या राव की कंपनी केएसआईआरओडीए इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 12 एकड़ जमीन दी थी। केआईएडीबी (कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड) ने 2023 में तत्कालीन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के कार्यकाल में यह जमीन कंपनी के निदेशक हर्षवर्धनी राम्या के नाम कर दी थी। इस खुलासे से इस बात पर बहस छिड़ गई है कि एक अभिनेत्री की कंपनी ने इतनी बड़ी मात्रा में सरकारी जमीन कैसे हासिल कर ली।

जांच से पता चला है कि रान्या (Ranya Rao) तीन कंपनियों की निदेशक हैं, जिससे उनके व्यापारिक लेन-देन और राजनीतिक संबंधों पर गंभीर सवाल उठते हैं। ये कंपनियां हैं केएसआईरोडा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, आइरिस ग्रीन प्राइवेट लिमिटेड, रान्या राव फोटोग्राफी प्राइवेट लिमिटेड। कर्नाटक औद्योगिक क्षेत्र विकास बोर्ड (केआईएडीबी) के सीईओ महेश ने रविवार को कहा कि सोना तस्करी मामले में आरोपी कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव से जुड़ी कंपनी क्षीरोदा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 12 एकड़ जमीन दो जनवरी 2023 को दी गई है।

यह भूमि तुमकुरु जिले के सिरा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित है। महेश के अनुसार, उसी दिन आयोजित 137वीं राज्य स्तरीय एकल खिड़की मंजूरी समिति (एसएलएसडब्ल्यूसीसी) की बैठक में इसे मंजूरी दी गई। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कंपनी ने स्टील टीएमटी बार, रॉड और अन्य संबंधित उत्पादों के विनिर्माण के लिए एक इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव दिया था। कंपनी ने इस परियोजना में 138 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई थी और इससे लगभग 160 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद थी।

यह तथ्य कि कंपनी को शुरू होने के कुछ महीनों के भीतर ही सरकारी जमीन मिल गई, रान्या राव (Ranya Rao) के राजनीतिक संबंधों की मजबूती का अंदाजा देता है। कंपनी का पंजीकरण 21 अप्रैल, 2022 को हुआ और 12 एकड़ जमीन 2 जनवरी, 2023 को प्राप्त हुई। बड़ी कंपनियों को केआईएडीबी से भूमि अधिग्रहण करने में वर्षों लग जाते हैं, लेकिन रान्या राव ने यह प्रक्रिया कुछ ही महीनों में पूरी कर ली। डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) की जांच में उनकी कंपनी के शेयरों, राजस्व और बैंक खातों की जांच की जा रही है।

डीआरआई अधिकारियों ने राणा के मोबाइल और लैपटॉप से पूरा डाटा जब्त कर लिया है, जिससे कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। फोन में कई बड़े नेताओं और पुलिस अधिकारियों के नंबर हैं। इस सूची में वर्तमान एवं पूर्व सरकारों के वर्तमान एवं पूर्व मंत्री शामिल हैं। वह केवल कुछ विशिष्ट लोगों के साथ ही लगातार संपर्क में थी। उसके लैपटॉप पर रियल एस्टेट व्यवसाय से संबंधित डेटा भी पाया गया, जिससे और भी सवाल उठे। डीआरआई अधिकारी रानिया के कॉल डिटेल रिकॉर्ड का विश्लेषण कर रहे हैं।

JOIN OUR WHATS APP GROUP

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *