Ramgarh Hill Conservation : केंद्र सरकार हुई गंभीर, राज्य से मांगी रिपोर्ट, कोल ब्लॉक पर विवाद तेज

Ramgarh Hill Conservation
Ramgarh Hill Conservation : केंद्र सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने सरगुजा की ऐतिहासिक, धार्मिक और पर्यावरणीय धरोहर रामगढ़ पहाड़ी के संरक्षण को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार को पत्र भेजा है (Ramgarh Hill Conservation)। मंत्रालय ने राज्य सरकार से मामले की जांच कर न्यायोचित कार्रवाई करने और उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
यह पत्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा 30 अगस्त को भेजे गए अनुरोध पत्र के जवाब में भेजा गया है (Ramgarh Hill Conservation)। सिंहदेव ने केते एक्सटेंशन कोल ब्लॉक को रामगढ़ के अस्तित्व के लिए बड़ा खतरा बताया था। उन्होंने हाल ही में रामगढ़ संरक्षण एवं संवर्धन समिति का गठन किया है और आरोप लगाया कि खदानों में ब्लास्टिंग से पहाड़ी में दरारें पड़ रही हैं।
सिंहदेव ने राजनीति से ऊपर उठकर आम जनता से रामगढ़ बचाने की मुहिम में जुड़ने का आह्वान किया। वहीं, अंबिकापुर के विधायक और कैबिनेट मंत्री राजेश अग्रवाल ने भी खदानों से हो रहे नुकसान को असहनीय बताया। मामले की गंभीरता को देखते हुए भाजपा ने भी तीन सदस्यीय समिति बनाई, जिसने सात दिनों में अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को सौंप दी (Ramgarh Hill Conservation)।
सिंहदेव ने केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के वन महानिदेशक द्वारा छत्तीसगढ़ के वन विभाग को जांच और न्यायसंगत कार्यवाही के लिए पत्र जारी करने पर केंद्रीय वन महानिदेशक को धन्यवाद भी दिया (Ramgarh Hill Conservation)। यह कदम दिखाता है कि केंद्र सरकार इस विषय को लेकर बेहद गंभीर है और क्षेत्रीय धरोहर के संरक्षण को प्राथमिकता दी जा रही है।
रामगढ़ पहाड़ी न केवल एक धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है बल्कि पर्यावरणीय दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि खनन और ब्लास्टिंग पर नियंत्रण नहीं हुआ तो इसका दुष्प्रभाव पूरे क्षेत्र की पारिस्थितिकी पर पड़ेगा (Ramgarh Hill Conservation)।